नई दिल्ली: राजस्थान के चुरू जिला अंतर्गत राजगढ़ थाने के एसएचओ विष्णु दत्त की आत्महत्या के मामले में सीबीआई ने आज कांग्रेसी विधायक और पूर्व ओलंपियन कृष्णा पूनिया से लंबी पूछताछ की. विष्णु की आत्महत्या के मामले में कृष्णा पूनिया पर आरोप लगे थे कि वह उल्टी-सीधी शिकायतें करके एसएचओ को नुकसान पहुंचा रही थीं और दबाव में ले रही थीं. हालांकि विधायक कृष्णा पूनिया ने इन तमाम आरोपों को निराधार बताया था.


सीबीआई की एक विशेष जांच टीम राजस्थान के चुरू जिले में पहुंची हुई है, जो राजगढ़ के पूर्व एसएचओ विष्णु दत्त की आत्महत्या से संबंधित मामले में जांच कर रही है. 23 मई की सुबह राजगढ़ थाने के एसएचओ विष्णु अपने कमरे में फांसी पर लटके पाए गए थे और उनके पास से दो अलग-अलग सुसाइड नोट मिले थे. जानकारी के मुताबिक इनमें से एक सुसाइड नोट उन्होंने अपने परिजनों के लिए लिखा था और दूसरा सुसाइड नोट उन्होंने जिले के एसपी के नाम पर लिखा था और इस नोट में जो बात सामने आई है उसके मुताबिक इस सुसाइड नोट में लिखा था कि वह बुजदिल नहीं है, बस प्रेशर नहीं झेल पाए.


इसके बाद राजगढ़ थाने के तमाम कर्मियों ने भी आला पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर इस थाने से खुद को स्थानांतरित किए जाने की मांग की थी. विष्णु दत्त को राजस्थान के बेहद ईमानदार और निर्भीक अधिकारियों में से एक बताया जाता था. उनकी आत्महत्या के बाद इस मामले को लेकर जिले में धरना प्रदर्शन भी हुए और अनेक राजनेताओं ने मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की भी मांग की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में बढ़ते दबाव को देखते हुए जांच सीबीआई को भेजे जाने की बात मंजूर कर ली थी.


इस मामले में राजस्थान के बीजेपी नेता ने कांग्रेस की विधायक कृष्णा पूनिया पर अनेकों आरोप भी लगाए थे. इन आरोपों में कहा गया था कि कृष्णा पूनिया एसएचओ के खिलाफ उल्टी-सीधी शिकायतें करके उन्हें अपने प्रेशर में लेने की कोशिश कर रही थीं. सीबीआई की टीम अब अपनी जांच के दौरान यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या वास्तव में एसएचओ विष्णु दत्त पर किसी तरह का कोई प्रेशर था और यदि उनके ऊपर कोई प्रेशर था तो यह प्रेशर किसने डाला था? सीबीआई टीम ने इस बारे में एसएचओ और उनके एक साथी के बीच में हुए व्हाट्सएप चैट को भी जांच के दायरे में लिया है, जिसमें एसएचओ ने अपने मित्र को लिखे व्हाट्सएप में यह कहा था कि उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा जा रहा है और जल्दी ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ले सकते हैं.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस मामले में इस बात की जांच की जा रही है कि क्या वास्तव में इसके खिलाफ कोई राजनीतिक षड्यंत्र हो रहा था और यदि कोई षड्यंत्र हो रहा था तो किसकी शह पर हो रहा था और इस षड्यंत्र से किन लोगों का फायदा होना था. सूत्रों के मुताबिक इस जांच को ध्यान में रखकर विधायक कृष्णा पूनिया से पूछताछ की जा रही है. सूत्रों ने बताया कि यह पूछता अन्य लोगों से आगे जारी रहेगी.


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