जयपुर: मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बाद प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. हालांकि, कांग्रेस ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है. इसके बाद कांग्रेस के दूसरे नेता इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. कांग्रेस के बड़े नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनता के भरोसे और विचारधारा को धोखा दिया है.


गहलोत ने ट्विटर पर सिंधिया के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा, "सिंधिया ने लोगों के विश्वास के साथ-साथ विचारधारा से विश्वासघात किया है. ऐसे लोग साबित करते हैं कि वे सत्ता के बिना कामयाब नहीं हो सकते. ऐसे लोग जितना जल्दी छोड़ जाएं बेहतर है."





उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जबकि देश संकट में हो, बीजेपी के साथ हाथ मिलाना एक नेता की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को परिलक्षित करता है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अर्थव्यवस्था, लोकतांत्रिक संस्थानों और देश के सामाजिक ताने-बाने को तहस नहस कर रही है.


वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अशोक गहलोत के ट्वीट पर पलटवार किया है. शिवराज ने लिखा, "कांग्रेस पहले अपना घर संभाले. उनसे अपना घर तो संभालता नहीं. राज्यसभा के लिए बीजेपी जिसे अपना उम्मीदवार तय कर देगी उसका नामांकन कराएंगे. सचिन पायलट को क्यों सहन नहीं कर पा रहे हैं अशोक गहलोत."


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