नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम आए तीन दिन हो चुके हैं. लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा? इसपर सस्पेंस बरकरार है. इस पद के लिए दो दावेदार सचिन पायलट और अशोक गहलोत हैं. एक युवा हैं और दूसरे अनुभवी. यही वजह है कि कल दिनभर जयपुर से लेकर दिल्ली तक खूब माथापच्ची होती रही. राज्य में सीएम पद के लिए दोनों नेताओं ने दावा किया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कोई बीच का रास्ता ढूंढने में जुटे हैं. कल राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के साथ राहुल गांधी ने कई दौर की बातचीत की और फैसला आज के लिए टाल दिया. 10 प्वाइंट्स में समझें अब तक के अपडेट्स-
1. कल कांग्रेस अध्यक्ष ने राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ कई बैठकें कीं, लेकिन उनके बीच कोई सहमति नहीं बन पायी. पायलट ने इस शीर्ष पद के लिए दावा किया था. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी अशोक गहलोत के नाम पर सहमत हो चुके हैं. गांधी ने कल देर शाम पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ भी बैठक की. खड़गे ने कहा कि अंतिम निर्णय पर पहुंचने से पहले आज प्रदेश नेताओं के साथ बैठक होगी.
2. कल गहलोत और पायलट ने राहुल गांधी से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की थी, जहां उनकी मां और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं.
3. माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को 'अनुभव' पर भरोसा करने के लिए कहा है, क्योंकि यहां जीत काफी कम अंतर से मिली है और एक मंजा हुआ राजनेता ही उस स्थिति से अच्छी तरह निपट सकता है.
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4. कल जयपुर जाने की योजना बना रहे गहलोत को दिल्ली में ही रहने के लिए कहा गया है. आज वह सुबह 10:30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे. पायलट ने पार्टी को 2013 की हार से उबारकर जीत दिलाने के आधार पर अपनी दावेदारी पेश की थी.
5. ऐसे में आज गहलोत के नाम पर आज अंतिम फैसला लिया जा सकता है. इससे पहले कल पायलट ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से शांति बरतने की अपील की और कहा कि वह पार्टी द्वारा लिए किसी भी निर्णय का 'स्वागत' करेंगे. यही बात अशोक गहलोत ने भी दुहराई. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता शांति बनाए रखें. सोनिया गांधी और राहुल गांधी जो फैसला लेंगे वह स्वीकार होगा. कल राहुल गांधी के आवास के बाहर पायलट के समर्थकों ने उनके समर्थन में नारे लगाए थे.
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6. जिसके बाद सचिन पायलट ने ट्वीट कर कहा, ''सभी कार्यकर्ताओं से शांति एवं अनुशासन बनाए रखने का आग्रह करता हूं. मुझे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर पूरा विश्वास है, माननीय राहुल गांधी जी और श्रीमती सोनिया गांधी जी जो फ़ैसला लेंगे उसका हम स्वागत करेंगे. हम सभी कांग्रेस के समर्पित, पार्टी की गरिमा बनाये रखना हम सभी की ज़िम्मेदारी.''
7. दिल्ली के अलावा जयपुर में भी कार्यकर्ता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय के बाहर अपने अपने नेता के पक्ष में लगातार नारेबाजी कर रहे हैं. राजस्थान के कुछ जिलों में गुर्जर समुदाय के कुछ लोगों ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की. ये लोग पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे थे.
8. विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एन आर के रेड्डी ने कल देर शाम बताया, ‘‘दिन में दौसा, करौली व अजमेर जिले में 20-25 लोग इकट्ठा हुए और नारेबाजी की. दौसा के पाटोली में कुछ लोगों ने जयपुर -आगरा राजमार्ग रोकने की कोशिश की व बेकार पड़े टायर जला दिए. पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया गया. पीपलखेड़ा व हिंडौन में भी थोड़ी देर हंगामा किया गया.’’
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9. उन्होंने कहा, ‘‘बांदीकुई में पांच सात लड़के पानी की टंकी पर चढ़ गए जिन्हें समझा बुझाकर उतारा गया. इसी तरह अजमेर की घूघरा घाटी में कुछ लोगों ने जयपुर अजमेर राजमार्ग को कुछ मिनट के लिए जाम किया. रेड्डी के अनुसार हालात पूरी तरह नियंत्रण में है.’’
10. राजस्थान में कांग्रेस ने 199 में से 99 सीटों पर जीत दर्ज की है. बीजेपी के खाते में यहां 73 सीटें गई है. सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को बसपा या निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी, जिन्होंने 13 सीटें जीती हैं. इनमें से ज्यादातर कांग्रेस के बागी हैं.