राज्यपाल से मिले CM अशोक गहलोत, कांग्रेस विधायकों ने राजभवन परिसर में लगाए 'तानाशाही नहीं चलेगी' जैसे नारे
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल कलराज मिश्र से राजभवन में मिले. मुख्यमंत्री विधानसभा सत्र बुलाए जाने की मांग कर रहे हैं.
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा का सत्र बुलाए जाने को लेकर अडिग हैं. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री कांग्रेस के विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे और यहां राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की. इसी दौरान विधायकों ने राजभवन परिसर में नारेबाजी की. सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल ने विधानसभा सत्र बुलाए जाने से इनकार किया है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि ‘ऊपर से दबाव’ के कारण राज्यपाल विधानसभा का सत्र नहीं बुला रहे हैं. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उनके पास बहुमत है और विधानसभा में “दूध का दूध और पानी का पानी” हो जाएगा. गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों के साथ राजभवन की ओर रवाना होने से पहले संवाददाताओं के समक्ष यह बात कही.
Rajasthan: Chief Minister Ashok Gehlot meets Governor Kalraj Mishra, at Raj Bhawan in Jaipur. pic.twitter.com/3InchkeSr4
— ANI (@ANI) July 24, 2020
गहलोत ने कहा, ''हमारा मानना है कि ऊपर से दबाव के कारण वह (राज्यपाल) अभी विधानसभा सत्र बुलाने के लिए निर्देश नहीं दे रहे हैं. इस बात का हमें बहुत दुख है. जबकि हम सत्र बुलाना जाना चाहते हैं.''
उन्होंने कहा, ''कैबिनेट के फैसले के बाद हमने माननीय राज्यपाल महोदय को पत्र लिखकर आग्रह किया कि हम चाहते हैं कि विधानसभा का सत्र बुलाएं और वहां राजनीतिक हालात, कोरोना व लॉकडाउन के बाद के आर्थिक हालात पर चर्चा हो. हमें उम्मीद थी कि वह रात को ही विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश जारी कर देंगे. रात भर इंतजार किया लेकिन अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया.''
गहलोत ने कहा, ''हम विधानसभा सत्र बुलाने को तैयार हैं... अभी राज्यपाल से टेलीफोन पर बातचीत हुई मैंने फिर आग्रह किया कि आपका संवैधानिक पद है जिसकी बहुत गरिमा होती है उसके आधार पर अविलंब फैसला करें....विधानसभा सत्र हम सोमवार से शुरू करना चाहते हैं जहां ‘दूध का दूध पानी का पानी’ हो जाएगा. पूरा देश व प्रदेश देखेगा.''
अशोक गहलोत ने कहा-राज्यपाल ऊपरके दबाव के कारण विधानसभा का सत्र नहीं बुला रहे