Sachin Pilot Vs Ashok Gehlot: सीएम अशोक गहलोत के सचिन पायलट को गद्दार कहने पर पार्टी ने कहा कि गहलोत को नसीहत दे दी गई है. इसके साथ उन्हें बता दिया गया कि राजस्थान का मामला अभी लंबित है. वहीं इसी बीच गुरुवार (24 नवंबर) को पायलट की भारत जोड़ो यात्रा के बीच राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ तस्वीर आई है. 


कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, ''पायलट के साथ गहलोत के मतभेद को ऐसे सुलझाया जाएगा, जिससे कांग्रेस मजबूत हो. फिलहाल सभी कांग्रेसियों की जिम्मेदारी भारत जोड़ो यात्रा की कामयाबी को उत्तर भारत में और दमदार बनाने की है.'' इसके अलावा उन्होंने बताया कि अशोक गहलोत एक वरिष्ठ और अनुभवी राजनीतिक नेता हैं. उन्होंने अपने सहयोगी सचिन पायलट के साथ जो भी मतभेद व्यक्त किए हैं, उन्हें हल किया जाएगा.


मामला क्या है? 
सीएम अशोक गहलोत ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘‘विधायक कभी उसे (पायलट) स्वीकार नहीं करेंगे, जिसने बगावत की हो और जिसे गद्दार कहा गया हो. वह मुख्यमंत्री कैसे बन सकता है? विधायक ऐसे आदमी को सीएम के तौर पर कैसे स्वीकार करेंगे. मेरे पास सबूत है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार गिराने के लिए गुरुग्राम के रिसॉर्ट में ठहरे विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये दिये गये थे.’’


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया कि बगावत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की भी भूमिका थी. उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान चाहे तो 102 विधायकों में से पायलट को छोड़कर किसी को भी उनकी जगह सीएम बना सकती है.


सचिन पायलट क्या बोले?
सचिन पायलट ने कहा ये सारे आरोप गलत है. सीएम अशोक गहलोत साहब ने मुझे गद्दार कहा है, वो अनुभवी नेता हैं. उन्हें ऐसे बयान देने की सलाह कौन देता है? वे इस तरह का बचकाना बयान न दें. उन्हें हमारे साथ मिलकर काम करना चाहिए. 


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