Ashok Gehlot Vs Sachin Pilot: राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा के प्रवेश की तैयारियों के बीच सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट के साथ विवाद को लेकर बीजेपी पर पलटवार किया है.
मुख्य़मंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ''ऐसा थोड़ा बहुत मनमुटाव हर जगह होता है. बीजेपी को अपना घर देखना चाहिए है.'' राजस्थान बीजेपी प्रवक्ता राम लाल शर्मा ने बुधवार (30 नवंबर) को कहा था कि कांग्रेस की इस अंदरूनी लड़ाई से लोग तंग हैं. उन्होंने कहा कि केसी वेणुगोपाल ने जो गहलोत और पायलट का हाथ खड़ा करके एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की वह सब सिर्फ दिखावे के लिए है.
बीजेपी ने क्या कहा?
बीजेपी विधायक और प्रदेश प्रवक्ता राम लाल शर्मा ने बुधवार (30 नवंबर) को कहा था कि कांग्रेस में अंदरूनी कलह से जनता परेशान है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अंदरूनी सियासत का नजारा मंगलवार (29 नवंबर) को एक बार फिर दिखा जब हाथ खड़ा करके राज्य की अवाम को यह विश्वास दिलाया गया कि कांग्रेस के अंदर सबकुछ ठीक है.
राम लाल शर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि यह एक राजनीतिक विराम है जो कुछ समय के लिए थमा है और एक बार फिर राज्य की जनता को वही सब सुनने को मिलेगा. नकारा, निकम्मा, गद्दार. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की अंदरूनी कलह का नुकसान राजस्थान की जनता को हो रहा है. ना कांग्रेस के नेताओं और ना कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कोई फिक्र है.
मामला कहां से फिर शुरू हुआ?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक प्राइवेट टीवी चैनल को हाल ही में दिए इंटरव्यू में सचिन पायलट को गद्दार कह दिया था. साथ ही कहा कि उन्हें सीएम नहीं बनाया जा सकता. इस पर पायलट ने कहा था ऐसे कीचड़ उछालने से कुछ नहीं होगा और गहलोत को ऐसा बोलने की राय पता नहीं कौन देता है.
इसी बीच सूत्रों ने बताया कि सचिन पायलट पार्टी आलाकमान पर सीएम बनाने के लिए दवाब बना रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा कि क्या केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान जाकर दोनों नेताओं के हाथ उठा कर जो एकजुटता का संदेश दिया उससे मामला सुलझा या नहीं.
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