Dushyant Singh Controversy: राजस्थान का सियासी बवाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. यहां मुख्यमंत्री का चयन और मुश्किल होता जा रहा है. एक तरफ सभी दावेदार अपने-अपने हिसाब से माहौल बना रहे हैं, तो वहीं आला अधिकारी कोई एक नाम तय नहीं कर पा रहा है. इस बीच राजस्थान में गुरुवार को एक बीजेपी विधायक के पिता ने वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत पर आरोप लगाया कि उन्होंने पांच विधायकों को जबरन रिजॉर्ट में रख रखा है.


इन आरोपों के बाद प्रदेश में काफी सरगर्मी बढ़ गई. प्रदेश अध्यक्ष को मैदान में उतरना पड़ा और उन्होंने सफाई दी कि ऐसा कुछ नहीं है. वहीं वसुंधरा राजे ने भी यही कहा कि वह पार्टी के खिलाफ किसी कीमत पर नहीं जाएंगी. वहीं, अपने बेटे पर लगे आरोपों पर भी उन्होंने अपनी सफाई दी.


आरोप लगाने वाले कौन हैं 


वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह पर पांच विधायकों रिजॉर्ट में जबरन रखने का आरोप लगाने वाले कोई बाहरी व्यक्ति नहीं हैं. वह पूर्व में बीजेपी के विधायक रह चुके हैं. मीडिया में इन रोपों को लगाने वाले हेमराज मीणा विधायक ललित मीणा के पिता हैं.


1. कंवरलाल (अंता, बारां)


 कंवरलाल मीणा अंता विधानसभा सीट से विधायक हैं. इस बार इन्होंने कांग्रेस के प्रमोद जैन को हराया है. 2018 में यह हार गए थे.


2. राधेश्याम बैरवा (बारां अटरू, बारां)


राधेश्याम बैरवा पेशे से ट्रेलर हैं. जब पार्टी ने इस बार इन्हें टिकट दिया था तो इसकी खूब चरचा हुई. सामान्य जिंदगी जीने वाले बैरवा जिला मंत्री हैं और पत्नी पार्षद हैं.


3. कालूराम मेघवाल (डग, झालावाड़)


अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व डग विधानसभा से बीजेपी के कालूराम मेघवाल ने इस बार कांग्रेस के चेतराज गहलोत को हराया था. इन्होंने 2018 में भी जीत दर्ज की थी.


4. गोविंद प्रसाद (मनोहर थाना, झालावाड़)


मनोहर थाना विधानसभा सीट से भाजपा के गोविंद प्रसाद ने निर्दलीय प्रत्याशी कैलाश चंद को हराया. गोविंद प्रसाद को 85304 वोट मिले थे. वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी कैलाश चंद को 60439 वोट मिले थे. बता दें कि, साल 2018 के चुनावी मुकाबले में यह सीट भाजपा के प्रत्याशी गोविंद प्रसाद ने ही जीती थी.


5. ललित मीणा (किशनगंज)


ललित मीणा किशनगंज से विधायक हैं. ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा भी विधायक रह चुके हैं. इस चुनाव में इन्होंने कांग्रेस की निर्मला सहारिया को हराया. ललित को 84155 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेसी प्रत्याशी निर्मला को 65868 मिले थे.


क्‍या आरोप लगाए हैं 


किशनगंज से बीजेपी विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीना ने आरोप लगाया कि “4 दिसंबर को वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत उनके बेटे को वसुंधरा से मिलवाने के नाम पर ले गए, लेकिन मुलाकात के बाद उन्हें जयपुर के बाहरी इलाके में एक रिजॉर्ट में छोड़ दिया. ललित बाद में पार्टी कार्यालय जाना चाहते थे लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया.” उन्होंने कहा कि “वह ललित को लेने रिजॉर्ट पहुंचे लेकिन कुछ लोगों ने मुझे भी रोक लिया. वहां 5-10 लोग थे जिन्होंने कहा कि वे मुझे अंदर नहीं जाने देंगे, लेकिन मेरे पास भी 10-15 लोग थे इसलिए मैं अपने बेटे को वापस लाने में कामयाब रहा." उन्होंने कहा कि रिजॉर्ट में झालावाड़ और बारां जिलों के पांच और विधायक थे, जहां से राजे भी विधायक हैं.


हेमराज ने आरोप लगाया कि कंवरलाल उस रिजॉर्ट में मुख्य भूमिका में है. उसने ही मुझे रोका था और झगड़े के लिए तैयार था. कंवरलाल कह रहा था कि ललित को ले जाने से पहले दुष्यंत सिंह से बात कर लो. इसके बाद मैंने दुष्यन्त सिंह को फोन किया लेकिन उन्होंने कॉल का जवाब नहीं दिया.''


वहीं, इस मामले में कंवरपाल का कहना है कि यह दुष्यंत सिंह का नाम खराब करने की साजिश है. जीत के बाद हम रैली निकालकर जयपुर पहुंचे थे. वहां एक होटल में रुके. इस होटल में बाकी विधायकों ने भी अपनी मर्जी से रुकने का फैसला किया था. 5 दिसंबर की रात करीब 2:30 बजे 30-40 लोग रिजॉर्ट में आए और ललित के बारे में पूछा. क्योंकि मैं उन्हें नहीं जानता था, इसलिए पहले उन्हें रोका. ललित के पिता को देखकर मैंने उसे जाने दिया.”


वसुंधरा ने क्या दी सफाई


वहीं, अपने बेटे दुष्यंत सिंह पर विधायकों को जबरन रिजॉर्ट में रखने के आरोपों पर वसुंधरा राजे का कहना है कि इस तरह के आरोप लगाकर उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है. ये आरोप बेबुनियाद हैं.


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