राजस्थान में सीएम पद पर सस्पेंस के बीच अमित शाह से मिले बाबा बालकनाथ, दिल्ली में मौजूद हैं वसुंधरा राजे
राजस्थान के सीएम पद पर कौन बैठेगा, इस बारे में बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व मंथन कर रहा है. इस बीच बीजेपी विधायक बाबा बालकनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री मुलाकात कर उन्हें लेकर सरगर्मियों को हवा दे दी है.
Rajasthan CM Race: राजस्थान में सीएम पद पर सस्पेंस के बीच तिजारा से बीजेपी विधायक बाबा बालकनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की. वहीं राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मुख्यमंत्री पद पर चर्चा के लिए दिल्ली में मौजूद हैं.
राजस्थान में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत से जीत मिली है, जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में बीजेपी के किसी नेता का चयन पार्टी की ओर से किया जाना है.
वसुंधरा राजे के अलावा बाबा बालकनाथ का नाम भी सीएम रेस की अटकलों में जोरों से चल रहा है. उनकी तुलना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जा रही है क्योंकि बालाकनाथ भी योगी की तरह नाथ संप्रदाय से संबंध रखते हैं.
वसुंधरा राजे भी कर सकती हैं अमित शाह से मुलाकात
सूत्रों के मुताबिक, आज (7 दिसंबर) वसुंधरा राजे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकती हैं. इससे पहले उन्होंने पीएम मोदी का ट्वीट कर कहा, ''राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की प्रचंड विजय इस बात का प्रतीक है कि कि मोदी जी की गारंटी के आगे कांग्रेस के झूठे वादे और दावे नहीं चले. आज संसदीय दल की बैठक में यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का सांसदों द्वारा शानदार स्वागत...''
क्या बोले प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष?
राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने मुख्यमंत्री पद को लेकर ABP न्यूज़ से कहा, ''जीत के बाद अब तक 80-90 विधायक मुझसे मिल चुके हैं. वसुंधरा राजे पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं, वे शीर्ष नेतृत्व को शुभकामना देने के लिए दिल्ली गई हैं. ये एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. अभी तक किसी विधायक को जयपुर आने के लिए फोन नहीं किया गया है. शीर्ष नेतृत्व जो करेगा, प्रदेश हित में करेगा. पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है.''
बता दें कि सीएम की रेस में नाम की अटकलों के बीच बालकनाथ ने अलवर से अपनी लोकसभा सदस्यता से गुरुवार (7 दिसंबर) को इस्तीफा दे दिया. विधानसभा चुनाव जीतने वाले जितने भी सांसदों ने इस्तीफा दिया है, उन सबके इस्तीफे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से स्वीकार कर लिए गए हैं.