Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में राजनीतिक हलचल बढ़ने के साथ ही कांग्रेस की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के खिलाफ बड़ा हमला करते हुए पदयात्रा करने की घोषणा की. उन्होंने ये कदम ऐसे समय में उठाया है जब एक तरफ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) राजस्थान में ही मौजूद थे. वहीं दूसरी तरफ बुधवार (10 मई) को पीएम मोदी (PM Modi) राजस्थान का दौरा करने वाले हैं.


1. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार करते हुए मंगलवार (9 मई) को कहा कि अशोक गहलोत का रविवार को धौलपुर में दिया गया भाषण यह दर्शाता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं, बल्कि वसुंधरा राजे हैं. पायलट ने गहलोत के उन आरोपों का पुरजोर खंडन किया कि 2020 में उनके (गहलोत के) खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी से पैसे लिये थे और उन्हें (विधायकों को) बीजेपी नेता अमित शाह को पैसे वापस कर देने चाहिए.


2. पायलट ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर 11 मई से अजमेर से जयपुर तक जनसंघर्ष पदयात्रा निकालने की भी घोषणा की. कांग्रेस नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह से आरोप लगा रहे हैं, वह गंभीर राजनीति कदापि नहीं है. पायलट ने कहा, "मुख्‍यमंत्री जी का भाषण परसों धौलपुर में हुआ और इससे एक बात और स्‍पष्‍ट हो गई है. उस भाषण को सुनने के बाद मुझे ऐसा लगता है क‍ि माननीय मुख्‍यमंत्री जी की नेता सोनिया गांधी जी नहीं हैं, बल्कि उनकी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया जी हैं." 


3. राजस्थान कांग्रेस की अंदरूनी कलह ऐसे वक्त में सबके सामने आई है. जब बुधवार को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने वाला है. जहां पार्टी जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने दो दिग्गज नेता डीके शिवकुमार और सिद्दारमैया के बीच एकजुटता दिखाने की कोशिश की है. जोकि चुनाव प्रचार के दौरान नजर भी आई. इससे पहले कांग्रेस ये भी कह चुकी है कि कर्नाटक चुनाव के बाद राजस्थान को लेकर फैसला लिया जाएगा. 


4. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बुधवार को राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं. प्रधानमंत्री राजस्थान में 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे. मोदी राजसमंद और उदयपुर में दो लेन में उन्नयन के लिए सड़क निर्माण परियोजनाओं और उदयपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए आधारशिला रखेंगे.


5. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मंगलवार को राजस्थान का दौरा किया है. राहुल ने सिरोही जिले के मांउट आबू में चल रहे कांग्रेस के सर्वोदय संगम नेतृत्व शिविर में शिरकत की. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राहुल की अगवानी की. खास बात ये है कि कल पीएम मोदी भी माउंट आबू में पार्टी की ओर से आयोजित एक जनसभा को संबोधित करेंगे. 


6. सचिन पायलट ने आगे कहा कि एक तरफ ये कहा जा रहा है कि हमारी सरकार गिराने का काम बीजेपी कर रही थी, वहीं दूसरी तरफ कहा जाता है क‍ि सरकार को बचाने का काम वसुंधरा जी कर रही थीं. इस विरोधाभास को (स्पष्ट रूप से) समझाना चाहिए था. आप (गहलोत) कहना क्‍या चाह रहे हैं, यह तो स्पष्ट कर देना चाहिए. गहलोत ने रविवार को कहा था कि उनकी सरकार 2020 के राजनीतिक संकट से बच गई, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक कैलाश मेघवाल ने उनकी (गहलोत की) सरकार गिराने के षडयंत्र का समर्थन नहीं किया.


7. मुख्यमंत्री ने ये भी कहा था कि उस वक्त जिन विधायकों ने बीजेपी से जो पैसे लिये थे, उन्हें ये पैसे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लौटा देने चाहिए. पायलट ने ये भी कहा कि अपने (कांग्रेस) ने7ताओं पर आरोप लगाना गलत है. अपने गुट के विधायक हेमराम चौधरी व अन्‍य का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा क‍ि जिन लोगों पर आरोप लगाए जा रहे हैं वे 30-40 साल से सार्वजनिक जीवन में हैं.इस राजनीतिक घटनाक्रम के समय पायलट उपमुख्‍यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष थे. पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों ने जुलाई 2020 में गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था. ये मामला पार्टी आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद सुलझा था. इसके बाद पायलट को उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था. 


8. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया, कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा और 11 अप्रैल को दिनभर अनशन भी किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. उन्‍होंने कहा, "अब मुझे समझ में आ रहा है कि यह जांच अब तक क्‍यों नहीं हुई. मैंने इस मुद्दे को लेकर 11 अप्रैल को अनशन किया, लेकिन अब मैं नाउम्‍मीद हूं, क्‍योंकि तथ्‍य सामने आ रहे हैं क‍ि कार्रवाई क्‍यों नहीं हुई और (आगे) क्‍यों नहीं होगी, यह बात भी अब स्‍पष्‍ट चुकी है." पायलट ने, हालांकि कहा कि वह भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते रहेंगे और 11 मई को अजमेर से जयपुर के बीच जन संघर्ष पदयात्रा निकालेंगे.


9. राजस्थान कांग्रेस में जारी रार के बीच राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि किसी को ये गलतफहमी नहीं होनी चाहिए कि उसके कारण कांग्रेस सरकार बची. खाचरियावास ने बिना किसी का नाम लिए यहां कहा कि सरकार उन 102 विधायकों की वजह से बची जिन्हें कांग्रेस आलाकमान और पार्टी नेताओं राहुल गांधी व सोनिया गांधी के चेहरे पर भरोसा था. 


10. खाचरियावास ने 2020 में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर आए राजनीतिक संकट का जिक्र करते हुए कहा कि जब सरकार पर संकट आया तो वह 'फ्रंट फुट' पर लड़े और 102 विधायकों ने भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के मजबूत नेतृत्व पर भरोसा जताया. यही कारण है कि राजस्थान में सरकार बच गई. सरकार सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बिना नहीं चल सकती थी और तब 102 विधायकों ने उन पर और उनके भेजे गए दूत केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन पर भरोसा जताया था. 


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