जयपुर: राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस और उसके समर्थक विधायकों को सोमवार दोपहर बाद दिल्ली रोड पर एक होटल में भेज दिया गया है. मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक में शामिल होने आए विधायकों को बैठक के बाद चार बसों से दिल्ली रोड स्थित होटल में ले जाया गया. विधायकों के साथ बसों में अशोक गहलोत भी सवार दिखे.
बैठक में उपस्थित होने वालों में कांग्रेस के साथ-साथ उसके समर्थक निर्दलीय विधायक, बीटीपी के दो एवं आरएलडी के एक विधायक भी शामिल हैं. इससे पहले मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल, राजस्थान के प्रभारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव अविनाश पांडे और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला मौजूद रहे.
विधायक दल की बैठक में गहलोत के समर्थन में प्रस्ताव पास
इससे पहले कांग्रेस विधायक दल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया किया है. प्रस्ताव में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया गया है. कांग्रेस विधायक दल ने पार्टी को कमजोर करने वाले कार्यों की निंदा की. प्रस्ताव में मांग की गयी है कि इस तरह की कार्रवाई में शामिल पदाधिकारियों एवं विधायकों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. बैठक खत्म होने के बाद चार बसें मुख्यमंत्री के आवास के बाहर देखी गईं.
पार्टी ने इस बैठक में 109 विधायकों के पहुंचने का दावा किया. बैठक में कांग्रेस के साथ साथ बीटीपी के दो, माकपा के एक, आरएलडी के एक विधायक और कांग्रेस का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक भी मौजूद रहे.
पायलट को मनाने की कोशिशें जारीं
राजस्थान कांग्रेस में जारी उठापटक के बीच सचिन पायलट को मनाने की कोशिश हो रही है. सचिन पायलट और दिल्ली आलाकमान के बीच बातचीत चल रही है. सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट को आश्वासन दिया जा रहा है कि चार मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पायलट खेमे से होंगे. वहीं सचिन पायलट को दिल्ली मे महासचिव ( CWC) या कार्यकारी अध्यक्ष पद दिया जाएगा.
कल से लेकर अब तक राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अहमद पटेल, के सी वेणुगोपाल और पी चिदंबरम ने सचिन पायलट से बातचीत की है. लगातार कांग्रेस उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है.
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