Rajasthan: राजस्थान में कांग्रेस एक बार फिर एकजुट होती दिख रहे है. शनिवार को हाईकोर्ट की सुनवाई से दो दिन पहले कांग्रेस के विधायकों ने अपना इस्तीफा वापस लेना शुरू कर दिया. गौरतलब है कि तीन महीने पहले राजस्थान की राजनीति  में तब भूचाल आ गया था, जब सामूहिक रूप से कांग्रेस के 90 से अधिक विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था.


शनिवार को इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष जोशी को एक लाइन की चिट्ठी लिखकर अपना इस्तीफा वापस लेना शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि इस प्रकरण को विपक्ष हाईकोर्ट ले गया और इस्तीफों पर फैसले की मांग की थी. अदालत में सुनवाई से दो दिन पहले कांग्रेस ने आने वाले कहते को भांप लिया. यही वजह है कि जिन विधायकों ने 25 सितंबर की रात को इस्तीफे सौंपे थे, उनमें से अधिकतर विधायकों ने अपने इस्तीफे वापस ले लिए हैं.


विवाद से बचने के लिए विधायकों ने उठाया कदम 


बता दें कि 23 जनवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने वाला है. ऐसे में विवाद की स्थिति से बचने के लिए भी यह पहल की गई हो. गौरतलब है कि कांग्रेस के 91 विधायकों ने तीन महीने पहले 25 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्याग पत्र सौंप दिया था, जिसमें उन्होंने राज्य के पूर्व डिप्टी सचिन पायलट को  मुख्यमंत्री बनाने के किसी भी कदम का विरोध किया गया था.


NDTV की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, इस घटनाक्रम में शामिल वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मामले में अदालत द्वारा किसी भी कार्रवाई से बचने के लिए, इस्तीफे वापस लेने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि तब परिस्थितियां अलग थी, मौजूदा समय में माहौल सामान्य है. 


विपक्ष के एक नेता ने उठाया था सवाल 


मालूम हो कि राजस्थान हाई कोर्ट ने 6 दिसंबर को राज्य विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौर द्वारा दायर एक जनहित याचिका (पीआईएल) पर एक नोटिस जारी किया था, जिसमें उनके समक्ष 91 कांग्रेस विधायकों द्वारा प्रस्तुत इस्तीफे पर निर्णय लेने में निष्क्रियता का आरोप लगाया गया था. अदालत ने जोशी को जवाब दाखिल करने के लिए तीन सप्ताह का समय दिया है. विधानसभा अध्यक्ष को जारी नोटिस के बाद सामूहिक इस्तीफे से संबंधित मामले की सुनवाई दो जनवरी को हाई कोर्ट में होना है. 


एक लाइन लिखी सभी ने अपनी बात 


इसी को देखते हुए शनिवार यानी 31 दिसंबर की दोपहर बाद कांग्रेस के करीब 80 विधायक अपनी-अपनी गाड़ियों से विधानसभा पहुंचे. जिन्होनें अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए विधानसभा में प्रार्थना पत्र दिया. इस पत्र में सब ने एक ही लाइन लिखी है कि वे स्वेच्छा से अपना इस्तीफा वापस ले रहे हैं. पहले भी जब कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफे दिए थे तब भी बस एक लाइन का इस्तीफा लिखा था. उन्होंने बताया कि वे स्वेच्छा से इस्तीफा दे रहे हैं.


इस प्रकरण पर पार्टी के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि मुझे पता चला है कि विधायक इस्तीफा वापस ले रहे हैं. यह विधायकों और स्पीकर के बीच है. उन्होंने आगे कहा कि अगर हर कोई (अपना इस्तीफा) वापस ले रहा है तो मैं भी उनमें से एक हूं. 


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