Rajasthan Congress Turmoil: राजस्थान में पंजाब जैसे हालात ना पैदा हो इसके लिए अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच चल रहे विवाद को खत्म करने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) हर मुमकिन प्रयास करने में जुटे हैं.
पार्टी सूत्रों ने एक न्यूज़ चैनल को जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार (13 अप्रैल) को कमलनाथ ने दिल्ली में पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल और सचिन पायलट से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने इस मतभेद को खत्म करने के तरीकों पर चर्चा की.
सचिन पायलट ने किया था अनशन
दरअसल, सचिन पायलट ने पिछली बीजेपी सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ एक दिन का अनशन किया था. इस दौरान उन्होंने वसुंधरा राजे पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस पार्टी को ही निष्क्रिय बताया जिसे सीधे तौर पर अशोक गहलोत को चुनौती के रूप में देखा गया. वहीं, कांग्रेस नेतृत्व ने अशोक गहलोत का समर्थन करते हुए पायलट के अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि बताया. वहीं, अब पार्टी ने अपना विचार बदलते हुए बीच इस पूरे मामले में बीच का रस्ता निकालने की कोशिश में जुटा है.
सचिन पायलट ने कहा...
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, सचिन पायलट ने कमलनाथ और पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल के सामने अपनी शिकायतें रखीं और पार्टी से उनके प्रति अपना व्यवहार बदलने को कहा. वहीं, सचिन पायलट ने भी साफ किया कि उनका अनशन पार्टी विरोधी नहीं था बल्कि उन्होंने जनहित के मुद्दे को उठाया.
कांग्रेस सरकार कार्रवाई करे... - सचिन पायलट
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए पायलट ने कहा था कि, सत्ता में आने के बाद हमने लोगों को आश्वासन दिया था कि राज्य में पूर्व बीजेपी सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. मैं चाहता हूं कि कांग्रेस सरकार पूर्व बीजेपी सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करे.
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