जयपुर/जैसलमेर: राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के 52 विधायक जैसलमेर पहुंचे. जयपुर से जैसलमेर पहुंचे तीन चार्टर्ड विमान में कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी, साले मोहम्मद सहित 50 अन्य विधायक आए हैं. बीजेपी ने विधायकों को शिफ्ट किए जाने पर सवाल उठाए हैं.


सभी विधायकों को जैसलमेर हवाई अड्डे से बसों के जरिए सूर्यगढ़ होटल ले जाया गया. विधायकों को छोड़ने के बाद चार्टर्ड विमान अन्य विधायकों और मंत्रियों को लाने जयपुर रवाना हो गये. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वसनीय माने जाने वाले पूर्व सांसद बद्री राम जाखड़ ने इन विधायकों आगवानी की.


बीजेपी ने घेरा
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कांग्रेस के अशोक गहलोत खेमे के विधायकों को जैसलमेर ले जाए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब पार्टी के सभी विधायक एकजुट हैं तो बाड़ेबंदी क्यों?


पूनियां ने ट्वीट किया, ‘‘सब एक हैं, कोई खतरा नहीं है, लोकतंत्र है, सब ठीक है तो बाड़ाबंदी क्यों? और बिकाऊ कौन है? उनके नाम सार्वजनिक करो; बाड़े में भी अविश्वास! जयपुर से जैसलमेर के बाद आगे तो पाकिस्तान है.’’






बता दें कि मुख्यमंत्री गहलोत ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि आगामी विधानसभा सत्र की तारीख तय होने के बाद राज्य में विधायकों की खरीद-फरोख्त का 'रेट’ (कीमत) बढ़ गया है. इसके बाद ही विधायकों को जैसलमेर ले जाने का फैसला किया गया.


वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों को एक होटल से दूसरे होटल शिफ्ट किए जाने पर कहा कि विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर जैसे ही राज्यपाल महोदय का आदेश जारी हुआ, उसके बाद से ही हमारे विधायकों, उनके परिवारवालों, उनके मिलने वालों को धमकी और दबाव भरे फोन आने लगे. मानसिक रूप से विधायकों को परेशान कर दिया. हमने इसलिए जैसलमेर शिफ्ट करने का फैसला लिया.


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