कोटा: राजस्थान के कोटा में जेके लोन अस्पताल में करीब एक महीने के भीतर 100 बच्चों की मौत को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाली अशोक गहलोत सरकार सवालों के घेरे में हैं. राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज अस्पताल का दौरा किया और संवेदना प्रकट की. उन्होंने कहा कि अब जिम्मेदारी तय करनी पड़ेगी.


पायलट ने कहा, ''मेरे पास पीड़ा बताने के लिए शब्द नहीं हैं. जिनसे मैं मिला वो बहुत गरीब हैं. हमें जिम्मेदारी तय करनी पड़ेगी. जिस मां की कोख उजड़ती है उसका दर्द वो ही जानती हैं. ये कहना नाकाफी है कि पहले कितने मरे थे. जिम्मेदारी तय करनी पड़ेगी. हम अब सरकार में हैं.'' उन्होंने कहा कि अगर वसुंधरा सरकार ने कुछ गलत किया तो उनको जनता ने हरा दिया है.


दरअसल, पिछले दिनों राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जब कोटा में बच्चों की मौत पर सवाल किया गया था तो उन्होंने पहले की सरकार पर दोष मढ़ा था और आंकड़े दिखाते हुए कहा था कि हमारी सरकार में कम मौतें हुई हैं.


सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने पर कोटा गए हैं. सोनिया गांधी ने निर्देश दिया था कि पालयट कोटा जाकर पूरी जानकारी लें और उन्हें रिपोर्ट सौंपें.


अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर विपक्षी पार्टी गहलोत सरकार पर हमलावर है. शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पिछले साल 900 से अधिक मौत होने के बाद भी राजस्थान सरकार नहीं चेती.


वहीं जब बच्चों की मौत को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने जानकारी ली है और मामले पर अधिक जानकारी लेने के लिए कांग्रेस की एक टीम वहां गई है.


राज्य के अधिकारियों की तरफ दे दिए गए आंकड़ों के अनुसार जेके लोन सरकारी अस्पताल में साल 2019 में 963 बच्चों की मौत हुई थी, जबकि इसके पिछले वर्ष में यह आंकड़ा 1000 से ऊपर पहुंच गया था.


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