राजस्थान के रणथंभौर नेशनल पार्क से एक ही परिवार के चार टाइगर रहस्यमय ढंग से लापता हैं.बाघ टी -64, बाघिन टी -73 और उसके दो उप-शावकों के बारे में पिछले एक साल से कुछ पता नहीं चल पाया है कि वे कहां हैं ? सूत्रों के मुताबिक जानवर नॉन टूरिज्म जोन से गायब हो रहे हैं. वहीं विशेषज्ञों ने ग्रामीणों द्वारा जहर देने की संभावना से इनकार नहीं किया है क्योंकि बाघ अभ्यारण्य में व्यापक चराई लगातार बनी हुई है.


वन विभाग लापता बाघों को लेकर परेशान


वहीं वन विभाग लापता बाघों को लेकर परेशान है. वन और क्षेत्र के मुख्य संरक्षक टीकम चंद वर्मा ने कहा कि वह इस घटना से अनजान थे.उन्होंने कहा कि वह उप वन संरक्षक महेंद्र शर्मा से पूरे मामले की जानकारी लेंगे। वहीं कई प्रयासों के बावजूद, शर्मा टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके.


लापता टाइगरों की खोज के पूरे प्रयास कर रहा है वन विभाग


चारों लापता टाइगरों का पता लगाने के लिए वन विभाग पूरी कोशिश कर रहा है. शिकारियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए गए हैं. इसके साथही वनकर्मियों की टीम गठित की गई है जो शिकारियों और वन्यजीवों पर पैनी निगाह रखे हुए हैं. लेकिन अभी तक लापता टाइगरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.


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