जयपुर: राजस्थान में बेरोजगारों को भत्ता देने की अक्षत योजना के तहत पात्र स्नातक बेरोजगारों को दिसम्बर 2018 तक 122.43 करोड़ रुपये की राशि बेरोजगार भत्ते के रूप में दी गयी है. यह राशि कुल मिलाकर कुल 1,53,657 युवाओं को दी गयी. कौशल नियोजन व उद्यमिता राज्य मंत्री अशोक चांदना ने विधानसभा में यह जानकारी दी. प्रश्नकाल के दौरान विधायक श्रीमती इन्द्रा के मूल प्रश्न के जवाब में उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1 जुलाई 2012 से राजस्थान बेरोजगारी भत्ता योजना, 2012 (परिवर्तित नाम अक्षत योजना) के तहत आवेदन करने वाले निर्धारित पात्रता व शर्ते पूरी करने वाले स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्रीधारी बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा था. अक्षत योजना के स्थान पर एक फरवरी 2019 से मुख्यमंत्री युवा सम्बल योजना लागू की गई है.


अशोक चांदना ने कहा कि मुख्यमंत्री युवा संबल योजना के तहत पात्र स्नातक महिला और विशेष योग्यजन पंजीकृत बेरोजगार आशार्थी को 3500 रूपये प्रतिमाह व स्नातक पुरूष आशार्थी को 3000 रुपये प्रतिमाह भत्ता दिया रहा है. चांदना ने बताया कि योजना के तहत जनवरी 2014 से दिसम्बर 2018 तक कुल 1,53,657 आशार्थियों को 122.43 करोड़ रुपये की राशि भत्ते के रूप में वितरित की गई है.


वहीं जनवरी 2019 से मई 2019 तक कुल 40,118 आशार्थियों को 58.27 करोड़ रुपये की राशि भत्ते के रूप में दी गयी है. मंत्री ने कहा कि रोजगार विभाग रोजगार सृजन नहीं करता अपितु बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सहायता प्रदान करता है.


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