नई दिल्ली: राजस्थान सरकार ने राज्य के स्कूलों के लिए अजीबो गरीब फरमान जारी किया है. शिक्षा विभाग की ओर जारी नई शिक्षा नीति के मुताबिक राज्य के सभी स्कूलों में नए सत्र में संतों का प्रवचन करवाना होगा. यह आदेश सभी सरकारी, गैर सरकारी, सीबीएसई से जुड़े स्कूलों में भी लागू होगा. सरकार ने इसके लिए शनिवार का दिन तय किया है, बाकायदा एक कैलेंडर जारी किया गया है.


क्या है राजस्थान सरकार का फरमान?
राजस्थान सरकार के नियम के मुताबिक महीने के पहले शनिवार को महापुरुष की जीवनी, दूसरे शनिवार को अच्छे आचरण की सीख और तीसरे शनिवार को संतों का प्रवचन तथा चौथे शनिवार को महाकाव्यों पर प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित करना होगा. इसी प्रकार पांचवें और अंतिम शनिवार को जीवन मूल्य समझाने वाले नाटक का मंचन व विद्यार्थियों की ओर से राष्ट्रभक्ति गीत गाया जाएगा. साथ ही, महीने के अंतिम शनिवार को सभी सरकारी शिक्षकों व विद्यार्थियों द्वारा स्वैच्छिक श्रमदान भी किया जाएगा.


मध्यप्रदेश सरकार भी जारी कर चुकी है फरमान
हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने बच्चों में देश भक्ति की भावना जगाने के उद्देश्य से ऐसा ही एक परमान जारी किया था. इस आदेश के मुताबिक बच्चों को स्कूल में हाजिरी के वक्त 'जय हिंद' बोलना होगा. सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि बच्चों में देश भक्ति की भावना जागृत करने के उद्देश्य से अब सभी स्कूलों में अटेंडेंस के दौरान ‘जय हिन्द’ बुलवाया जाए. इस आदेश को अभी सरकारी स्कूलों में लागू किया गया है, प्राइवेट स्कूलों फैसले पर निर्णय लेने की छूट दी गई है.