जयपुरः राजस्थान सरकार ने शुक्रवार को डीजल और पेट्रोल पर वैल्यू एडेड टैक्स (वैट) 2 फीसदी कम किया है. अब राजस्थान में पेट्रोल पर 36 फीसदी वैट और डीजल पर वैट 26 फीसदी लगेगा. पेट्रोल और डीजल की कीमतें मुख्यतया क्रूड ऑयल की कीमत से निर्धारित होती हैं. लेकिन राज्यों में लोकल सेल टैक्स या वैट के कारण रिटेल रेट अलग-अलग हो जाती हैं.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वैट में कमी की करते हुए केंद्र सरकार से भी वैट में कटौती करने की मांग की है. गहलोत ने ट्वीट किया, "राज्य सरकार ने पेट्रोल और डीजल दोनों पर वैट 2 फीसदी घटा दिया है, जिससे राजस्थान के लोगों को राहत मिलेगी. हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार भी कटौती की घोषणा करेगी ताकि आम लोगों पर वित्तीय बोझ कम हो."
केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारें भी लगाती हैं टैक्स
जयपुर में पिछले तीन दिनों से पेट्रोल 93.94 रुपए प्रति लीटर और डीजल 86.02 प्रति लीटर बिक रहा है और अब पेट्रोल 92.51 और डीजल 84.62 प्रति लीटर पर हो गया. दरअसल, भारत में पंप बेचे जाने वाले पेट्रोल और डीजल की कीमत अंतर्राष्ट्रीय कीमतों और बाजार की अन्य स्थितियों पर निर्भर करती हैं. पेट्रोल और डीजल गुड्स और सर्विस टैक्स (जीएसटी) के दायरे में नहीं आते हैं. पेट्रोल और डीजल के रिटेल मूल्य में राज्य सरकार की ओर से लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और वैट भी शामिल होता है.
कीमतों का डेली होता है रिव्यू
देश की फ्यूल रिटेलर कंपनियां पेट्रोल और डीजल की रेट्स का दैनिक आधार पर रिव्यू करती हैं और यह रिवीजन हर दिन सुबह 6 बजे से फ्यूल पंपों पर लागू किया जाता है. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन के देशभर में सबसे ज्याद फ्यूल पंप हैं.
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