हम उस समाज में रहते हैं जहां पर ज्यादातर लोग बेटा बेटी में फर्क करते हैं और ये फर्क आज का नहीं है बल्कि सदियों से चला आ रहा है. हमारे समाज में जहां बेटा होने पर खुशियां मनाई जाती हैं वहीं बेटी होने पर घरों में मायूसी छा जाती है. वहीं कुछ लोग तो बेटी ना हो इसके लिए गर्भपात तक करा देते हैं, लेकिन राजस्थान में एक व्यक्ति ने अपनी बेटी के जन्म लेने पर कुछ ऐसा किया जिसे सुन आप भी हैरान रह जाएंगे. दरअसल राजस्थान के नागौर जिले के निंबड़ी चांदावतां गांव में रहने वाले हनुमान प्रजापत ने समाज में एक नई मिसाल पेश करते हुए अपनी बेटी के पैदा होने की खुशी में एक हेलीकॉप्टर किराए पर लिया और बच्ची को उसके ननिहाल हरसोलाव से लेकर उसके घर पैतृक गांव चांदावतां ले गए जहां हेलीकॉप्टर में बैठी मासूम का जोरदार स्वागत किया गया.


हेलीकॉप्टर से घर लाई गई बच्ची


एक इंटरव्यू में हनुमान प्रजापत ने बताया कि वो अपनी बेटी का पहली बार अपने घर में स्वागत अलग तरीके से करना चाहते थे, साथ ही कहा कि 'मेरी बेटी, मेरे और मेरे परिवार के लिए कितनी खास है ये बताने के लिए मैं ज्यादा ले ज्यादा यही कर सकता था'. वहीं हनुमान के पिता मदनलाल की इच्छा थी कि बच्ची के जन्म को पूरे दिल से मनाया जाए. इसलिए बेटी को पहली बार घर हेलीकॉप्टर से लाने की योजना बनाई गई.


बेटा-बेटी में फर्क मिटाने की कोशिश


जानकारी के मुताबिक बच्ची का जन्म तीन मार्च को नागौर जिला अस्पताल में हुआ था. जिसके बाद बच्ची अपनी मां के साथ देखभाल के लिए ननिहाल हरसोलाव गांव चली गई थी. चांदावता से हरसोलाव की दूरी सड़क मार्ग से लगभग 40 किलोमीटर की है. जिसे हेलीकॉप्टर से तय करने में 10 मिनट का समय लगा था. हनुमान ने बेटा बेटी में फर्क न करने का लोगों से आग्रह किया.


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