राजस्थान के करौली में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. गहलोत ने कहा है कि इस पूरी घटना की जिम्मेदारी केंद्र सरकार को लेनी चाहिए. इतना ही नहीं गहलोत ने पीएम मोदी से इस मामले को लेकर चुप्पी तोड़ने को कहा है.
केंद्र को देना चाहिए सख्त मैसेज
राजस्थान के सीएम गहलोत ने कहा कि, राजस्थान में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर पीएम मोदी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इसकी निंदा करनी चाहिए. कानून-व्यवस्था को बनाए रखना उनका कर्तव्य है. मैं उनसे अपील करता हूं कि वो इस मुद्दे पर बात करें. करौली में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि, ये सभी का अधिकार है कि वो अपने धर्म को फैलाएं, लेकिन डीजे पर तेज गाने चलाना, नारे लगाना और उपद्रव करने से दंगे भड़कते हैं. ऐसे में मासूम लोग फंसते हैं और जो लोग इसमें शामिल नहीं होते वो मारे जाते हैं. देश में इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए केंद्र सरकार को कड़ा संदेश देना चाहिए.
करौली मामले में हो रही गिरफ्तारियां
राजस्थान के करौली में हुई हिंसा को लेकर लगातार गिरफ्तारियां जारी हैं. पुलिस ने अब तक 46 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है. वहीं कुछ लोग हिरासत में भी लिए गए हैं. साथ ही इन लोगों से पूछताछ भी की जा रही है. पुलिस के मुताबिक कई मोटरसाइकिल और गाड़ियों को भी जब्त किया गया है. इस मामले को देखते हुए सीएम गहलोत ने तमाम अधिकारियों के साथ एक बैठक भी बुलाई.
कैसे हुई थी हिंसा?
दरअसल 2 अप्रैल यानी बीते शनिवार को राजस्थान के करौली में कुछ हिंदू संगठनों ने एक रैली निकाली. ये एक बाइक रैली थी. लेकिन जब रैली मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रही थी, तभी कुछ लोगों ने रैली पर पत्थर फेंक दिए. जिससे हिंसा भड़कनी शुरू हो गई. इसके बाद कुछ लोगों ने आगजनी शुरू कर दी. कुछ दुकानों में भी तोड़फोड़ हुई. कुछ गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया. घटना के बाद पूरे इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया और भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती हुई. राजस्थान पुलिस के तमाम आला अधिकारियों को भी मौके पर तैनात किया गया. साथ ही हिंसाग्रस्त इलाके में पूरी तरह कर्फ्यू लगा दिया गया.
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