नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ जहां साझा विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार पर हमलावर है. इस बीच राजस्थान के एक मंत्री ने ऐसा बयान दिया है जो महंगाई से त्रस्त जनता के कटे पर नम छिड़कने जैसा है. वसुंधरा सरकार में मंत्री राजकुमार रिणंवा ने कहा कि जनता को तेल की खपत कम कर देना चाहिए, खर्च कम होंगे.


उन्होंने कहा, ''जब कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं. तो जनता खर्च कम क्यों नहीं करती है? जनता को खपत कम कर देनी चहिए. अन्य देशों में जब किसी चीज के भाव बढ़ते है. तो वहां अपने आप खपत कम हो जाती है. अपने यहां अलग स्थिति है.'' उन्होंने आगे कहा कि पेट्रोल की कीमत सरकार के हाथ में नहीं है. अन्तरराष्ट्रीय आधार पर कीमत तय होती है.


आपको बता दें कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ आज कांग्रेस भारत बंद के तहत देशभर में प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस का कई अन्य दलों ने भी समर्थन किया है. बंद के एलान के बीच आज एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई. आज दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल पर 23 पैसे और डीजल पर 22 पैसे बढ़ाए गए. इसी के साथ राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 80 रुपये 73 पैसे और डीजल 72 रुपये 83 पैसे प्रति लीटर के दर पर पहुंच गया.


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विपक्षी दलों के हमलावर रुख को देखते हुए कल राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने आम लोगों को थोड़ी राहत दी थी. राजस्थान सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर वैट (वैल्यू ऐडेड टैक्स) घटा दिया, जिसके बाद पेट्रोल, डीजल की कीमत 2.5 रुपये प्रति लीटर सस्ती हो गई हैं. दरअसल पेट्रोल-डीजल पर वैट राज्य सरकारें वसूलती हैं और इन्हें घटाना-बढ़ाना राज्य की सरकारों के हाथ में होता है. राजस्थान सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट (वैल्यू ऐडेड टैक्स) को 4-4 फीसदी कम करने की घोषणा की है.