Panarwa Royal Family Letter To Amit Shah: राजस्थान में उदयपुर के पास पानरवा का शाही परिवार राणा पुंजा के वंशज है. पनरवा के राजघरानों ने अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है. परिवार ने शाह को पत्र उनकी एक हालिया रैली के बाद लिखा है. जहां उन्होंने कहा कि 15वीं सदी के सैन्य जनरल राणा पुंजा भील समुदाय के थे.


राजघरानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शाह ने हिस्ट्री को डिस्ट्रॉय किया है. पानरवा के शाही परिवार की महारानी कृष्णा कंवर ने कहा कि राणा पुंजा एक सोलंकी राजपूत थे. शाह ने हाल ही में राजस्थान के उदयपुर दौरे के दौरान राणा पुंजा को भील आदिवासी बताया था. कंवर ने अमित शाह को लिखे पत्र में कहा कि यह हमारे परिवार के लिए बहुत दुख की बात है. हर बार हिस्ट्री को डिस्ट्रॉय करने से अपनी पहचान साबित करने का मानसिक दबाव पड़ता है.


वोटबैंक की राजनीति के लिए हमें बताया जा रहा भील - महारानी कृष्णा तंवर
कृष्णा कंवर ने लिखा कि मैंने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर हमारे हिस्ट्री को डिस्ट्रॉय करने से रोकने के लिए उनके हस्तक्षेप की मांग की थी. हम राणा पुंजा जी के वंशज हैं और हम भील नहीं, सोलंकी राजपूत हैं. सदियों से हमारे परिवार ने इस क्षेत्र पर शासन किया है और मेवाड़ के घराने के लिए बहादुर भील लोगों को सेना में नियुक्त किया है, लेकिन वोटबैंक की राजनीति के लिए हमें गलत तरीके से भील के रूप में बताया जा रहा है. 


सोलंकी वंश के राजपूत थे राणा पुंजा
पनरवा राजघराने राणा पुंजा के वंशज हैं, जिन्होंने 15वीं शताब्दी में मुगलों के खिलाफ महाराणा प्रताप के साथ लड़ाई लड़ी थी. इतिहासकार डॉ. एसबी सिंह के अनुसार राणा पुंजा सोलंकी वंश के राजपूत थे. स्थानीय राजपूतों और भीलों की एक सेना इकट्ठा करने के बाद, उन्होंने मुगलों के खिलाफ लड़ाई में महाराणा प्रताप के साथ हाथ मिलाया. इससे पहले भी, शाही परिवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ राजनीतिक दल राणा पुंजा को भील बताकर उनकी पहचान बदलने की कोशिश कर रहे हैं.


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