राजस्थान पंचायत चुनाव: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राजस्थान में होने वाले पंचायत चुनाव के कार्यक्रम में राज्य चुनाव आयोग ने थोड़ा फेरबदल किया है. हालांकि चुनाव आयोग की तरफ से पहले तीन चरणों की तारीखों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. पहले से घोषित तारीखों के मुताबिक ही फर्स्ट फेज की वोटिंग 17 जनवरी को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए मतदान की तारीफ 22 जनवरी तय है. तीसरे चरण के लिए वोटिंग 29 जनवरी को होगी. सुप्रीम कोर्ट द्वारा चौथे चरण के चुनावों पर रोक लगाए जाने की वजह से राज्य चुनाव आयोग आखिरी चरण की तारीखों का एलान अब तक नहीं कर पाया है.


इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के आदेश की वजह से पहले तीन चरण में होने वाले पंचायतों के चुनाव की संख्या भी घटाई गई है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश से यह भी साफ हो चुका है कि पंचायतों में सरपंत-पंचों को चुना जा चुका है वहां दोबारा से इलेक्शन नहीं होगा.


6,759 पंचायतों का होगा चुनाव


चुनाव आयोग ने कोर्ट के आदेश के बाद पहले तीन चरण में पंचायतों की संख्या में बड़ा बदलाव किया है. चुनाव आयोग ने 26 दिसंबर को जो सूचना जारी की थी उसके मुताबिक पहले तीन चरण में 9,171 ग्राम पंचायतों के लिए मतदान होना था. लेकिन नए आदेश में संख्या को घटाकर 6,759 कर दिया गया है. राजस्थान में कुल 11,123 ग्राम पंचायत हैं और बाकी बची हुई ग्राम पंचायतों में मतदान आखिरी चरण में होगा.


ये है कार्यक्रम


पहला चरण: पहले चरण में 87 पंचायत समितियों के अंतर्गत आने वाली 2,726 ग्राम पंचायतों में वोटिंग होगी. पहले चरण में कुल 26,800 वार्ड हैं जिनके लिए सरपंच और पंच के चुनाव होंगे. राज्य चुनाव आयोग ने पहले चरण में 10,206 वोटिंग बूथ बनाए हैं.


दूसरा चरण: दूसरे चरण के लिए 8,365 वोटिंग बूथ बनाए गए हैं. दूसरे चरण में 74 ग्राम पंचायत समितियों की 2,333 ग्राम पंचायतों का चुनाव होगा. दूसरे चरण में 22,593 वार्ड के सरपंच और पंच चुने जाएंगे.


तीसरा चरण: राज्य चुनाव आयोग ने तीसरे चरण के लिए 6,712 वोटिंग बूथ बनाए हैं. तीसरे चरण में 49 ग्राम समितियों की 1,700 ग्राम पंचायतों में चुनाव होंगे और 17,516 वार्ड के पंच-सरपंच चुने जाएंगे.


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