जयपुर: पेगासस जासूसी मामले के सामने आने के बाद अब राजस्थान में फोन टैपिंग मामला एक बार फिर से गरमा गया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा को समन भेज पूछताछ के लिए बुलाया है.
जानकारी के मुताबिक, लोकेश को क्राइम ब्रांच ने नोटिस भेजा और 24 जुलाई सुबह 11 बजे पेश होने को कहा है. बता दें, इससे पहले सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा चुका है लेकिन उन्होंने कोरोना और स्वास्थ का हवाला देते हुए पेश होने से इंकार कर दिया था.
गजेंद्र सिंह शेखावत की एफआईआर से जुड़ा हुआ है मामला
आपको बता दें, राजस्थान फोन टैपिंग मामले गजेंद्र सिंह शेखावत की एफआईआर से जुड़ा हुआ है. गजेंद्र की शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी पर 25 मार्च को मामला दर्ज किया था. उनका आरोप था कि फोन टैपिंग के जरिए उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई.
क्या है मामला?
दरअसल, पिछले साल पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे की बगावत रूप के सामने आने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी के विधायकों पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था. उन्होंने इस पूरे मामले में शेखावत की भूमिका होने का दावा किया था. वहीं, बीते साल लोकेश शर्मा ने मीडियाकर्मियों को तीन ऑडियोटेप भेंजी थी. इस ऑडियो टेप में दो लोगों की बातचीत थी.
गहलोत सरकार और कांग्रेस ने दावा किया था कि इस टेप में एक आवाज शेखावत की है तो दूसरी पायलट खेमे के विधायक भंवर लाल शर्मा की. मुख्य सचेतक ने इसको लेकर एसओजी और भ्रष्टाचार निरोधक ब्योरों में शिकायत दर्ज करायी थी. हालांकि बाद में पायलट की बगावत शांत हो गई और ये पूरा मामला थंडा पड़ गया.
वहीं, शेखावत ने टेलीफोन टैप कराने के आरोप लगाते हुए इस साल 25 मार्च को शिकायत दर्ज करायी. उन्होंने छवि खराब करने का आरोप जोशी पर लगाया जिसके बाद अब शर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
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