Rajasthan Crisis Live Updates: लोग राजस्थान में कांग्रेस सरकार से नाराज हैं, कोई ताकत इसे बचा नहीं सकती- BJP

राजस्थान में आज कांग्रेस के विधायक दल की फिर बैठक खत्म हो गई है और सचिन पायलट इस बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे. इसके बाद कांग्रेस ने सचिन पायलट को राजस्थान के डिप्टी सीएम पद से हटा दिया गया है और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से भी बर्खास्त कर दिया है. वहीं गोविंद सिंह को राजस्थान कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 14 Jul 2020 05:09 PM

सचिन पायलट को राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, पायलट को हटाए जाने की घोषणा के कुछ देर बाद प्रियंका सोनिया के आवास 10 जनपथ पहुंचीं.

माना जा रहा है कि दोनों ने राजस्थान के ताजा घटनाक्रम और आगे की रणनीति पर चर्चा की.

गौरतलब है कि अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावती रुख अपनाने वाले पायलट एवं उनके साथी नेताओं के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की है. पायलट को उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है.
राजस्थान BJP के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि लोग इस सरकार से नाराज और निराश हैं और दुनिया की कोई ताकत इसे बचा नहीं सकती. हमारी प्राथमिकता यह है कि यह सरकार सत्ता खो दे. हम सतर्क हैं, स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और स्थिति जैसी होगी उस हिसाब से रणनीति तय करेंगे.

रास्थान कांग्रेस के इनचार्ज अविनाश पांडे ने कहा है कि सचिन पायलट बिल्कुल सही कह रहे हैं कि जनता ने जिन्हें चुना है उनकी जीत हुई है. भगवान उनको सद्बुद्धि दें.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि हाईकमान को यह फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि लंबे समय से बीजेपी साजिश रच रही थी और खरीद-फरोख्त का सहारा ले रही थी. हमें पता था कि यह एक बड़ी साजिश थी. हमारे कुछ दोस्त इसकी वजह से भटक गए और दिल्ली चले गए.
बीजेपी की तरफ से सचिन पायलट को डिप्टी सीएम पद से हटाने को लेकर प्रतिक्रिया आई है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी में युवा शक्ति का सम्मान नहीं होता. कांग्रेस ने सचिन पायलट का अपमान किया है और अब कांग्रेस के पास राजस्थान में बहुमत नहीं है. कांग्रेस ने सचिन पायलट को तो हटा दिया लेकिन अब अशोक गहलोत भी ज्यादा दिनों तक सीएम पद पर नहीं रहेंगे.
डिप्टी सीएम पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट की पहली प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा है कि सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं.

इन सब घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने पहुंचे हैं और उन्हें मौजूदा स्थिति से अवगत करा रहे हैं. बता दें कि फेयरमॉन्ट होटल में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया गया कि सचिन पायलट और बागी विधायकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सचिन पायलट को डिप्टी सीएम के पद से हटाने का एलान कर दिया. उन्हें प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक युवा कांग्रेस ने कांग्रेस के आलाकमान के साथ बातचीत के बाद विधायक भाकर के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बनाया है और जल्द ही इसकी घोषणा की जा सकती है. भाकर खुलकर पायलट के साथ खड़े हैं और सोमवार एवं मंगलवार को जयपुर में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए सोमवार को ट्वीट किया था कि ‘‘हमें गहलोत की गुलामी मंजूर नहीं है’’ भाकर ने कहा था, ‘‘जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है,उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है. कांग्रेस में निष्ठा का मतलब है अशोक गहलोत की गुलामी. वो हमें मंजूर नहीं.’’
भारतीय युवा कांग्रेस ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत करने वाले सचिन पायलट के साथ जा चुके प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष मुकेश भाकर को मंगलवार को पद हटा दिया और गणेश घोघरा को नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया. युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई है.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सचिन पायलट और उनके साथी बीजेपी की साजिश में फंस गए. मुझे खेद है कि ये लोग 8 करोड़ राजस्थानियों द्वारा चुनी गई कांग्रेस पार्टी की सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं. ये अस्वीकार्य है. इसलिए दुखी मन से कांग्रेस ने फैसला लिया है कि गोविंद सिंह को राजस्थान का नया अध्यक्ष नियुक्त किया जाता है. सचिन पायलट को उनके पद से मुक्त किया जाता है.
सचिन पायलट को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है और अब गोविंद सिंह को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है.
सचिन पायलट के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत सचिन पायलट, विशवेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से हटाया गया है.
रणदीप सुरजेवाला ने एलान किया कि सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री के पद से मुक्त किया जाता है. यानी सचिन पायलट को राजस्थान के डिप्टी सीएम पद से हटा दिया गया है.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राजस्थान में बीजेपी ने साजिश रची और कांग्रेस के विधायकों को खरीदने की कोशिश की. बीजेपी ने धन बल और सत्ता बल के दुरुपयोग के जरिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रची.
अशोक गहलोत जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल से निकल चुके हैं और उनकी राजस्थान के राज्यपाल से मुलाकात करने की उम्मीद है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आज या कल वो राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर सकते हैं.
जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है और इस बैठक में ये प्रस्ताव पास कर दिया गया है कि बागी विधायकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए. कल से ही अशोक गहलोत के साथ सभी विधायक फेयरमॉन्ट होटल में ठहरे हुए थे और आज गहलोत इस होटल से निकल चुके हैं.
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस विधायक दल की बैठक में 102 विधायक पहुंचे हैं और उन्होंने एकमत से मांग की है कि सचिन पायलट और उनके समर्थकों को पार्टी से हटाया जाए. बताया जा रहा है कि ये प्रस्ताव पास हो गया है कि सचिन पायलट और बैठक से गायब विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
जहां एक ओर राजस्थान कांग्रेस की बैठक चल रही है वहीं राजस्थान बीजेपी की बैठक की भी खबरें आ रही हैं. गुलाबचंद कटारिया और राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया इस बैठक में शामिल हैं. माना जा सकता है कि राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच बीजेपी राज्य में संभावनाएं तलाश कर रही है.
इस समय राजस्थान कांग्रेस के विधायक दल की बैठक चल रही है और सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक वहां नहीं पहुंचे हैं. ऐसे में अब माना जा सकता है कि सचिन पायलट ने अपने रास्ते अशोक गहलोत से पूरी तरह अलग कर लिए हैं. उनके गहलोत के साथ सुलह के आसार न के बराबर हैं और अब नजरें इसी बात पर टिकी हैं कि सचिन पायलट के ऊपर क्या कड़ी कार्रवाई की जा सकती है?
गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कहा है कि आज शाम तक राजस्थान संकट सुलझ जाएगा और अशोक गहलोत और सचिन पायलट अपने बीच के मतभेदों को सुलझा लेंगे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजस्थान के सियासी संकट पर कहा है कि कांग्रेस से जनता का मोहभंग हो चुका है.

सूत्रों के मुताबिक अब कांग्रेस आलाकमान ये तय कर चुका है कि सचिन पायलट से और कोई बात नहीं की जाएगी और उनको मनाने की जितनी कोशिश हो सकती थी वो की जा चुकी हैं. इस तरह माना जा सकता है कि कांग्रेस ने सचिन पायलट पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है और उनके समर्थक विधायकों पर भी सख्त फैसला लिया जा सकता है.
कांग्रेस के विधायक दल की बैठक शुरू होने को है और अशोक गहलोत के समर्थक सभी विधायक आ चुके हैं.

राजस्थान में अशोक गहलोत समर्थित विधायकों की बैठक कुछ ही देर में शुरू होने वाली है और कांग्रेस के विधायक जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में पहुंच चुके हैं. वहां से कई तस्वीरें भी सामने आ रही हैं जिसमें विधायक होटल के बैंक्वेट हॉल में बैठे नजर आ रहे हैं.
सूत्रों के मुताबिक अगर आज सचिन पायलट आज होने वाली विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचे तो उन पर कार्रवाई होना तय है. इसके अलावा सचिन पायलट के समर्थक विधायक भी अगर बैठक में नहीं आए तो उनपर भी कार्रवाई के लिए विधानसभा अध्यक्ष से कहा जा सकता है और उनकी सदस्यता रद्द करने के लिए कहा जा सकता है.
उधर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जुड़ी एक और खबर आ रही है. अशोक गहलोत के करीबी पर आईटी का छापा आज भी जारी है और इसमें लाखों रुपये और दस्तावेज बरामद हुए हैं.
राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि सचिन पायलट को बीजेपी में आना चाहिए क्योंकि बीजेपी में युवा शक्ति का सम्मान होता है और सीनियर नेताओं को भी पूरा आदर दिया जाता है. सचिन पायलट को बीजेपी में आने के बारे में सोचना चाहिए.
बता दें कि जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक ठहरे हुए हैं और मानेसर के आईटीसी ग्रैंड होटल में सचिन पायलट के समर्थक ठहरे हुए हैं और इनकी संख्या सचिन पायलट को मिलाकर 19 होती है.
राजस्थान के कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला और कांग्रेस के विधायक रामनरेन मीना, हकम अली और गोपाल मीना जयपुर के फेयरमॉन्ट होटल में व्यायाम करते देखे गए. इन्होंने सीएम अशोक गहलोत के घर पर विधायकों की बैठक में हिस्सा लिया था.

अब से थोड़ी देर बाद राजस्थान में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक शुरू होने जा रही है. सबकी नजरें इस बात पर हैं कि सचिन पायलट इस बैठक में हिस्सा लेते हैं या नहीं. हालांकि सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट इस बैठक में शामिल नहीं होने वाले हैं.
राजस्थान में सियासी उठापठक के बीच सबसे बड़ा सवाल ये ही है कि क्या सचिन पायलट आज होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे या नहीं. हालांकि इस बात के संकेत कम ही हैं कि वो इस बैठक में शामिल होंगे. सूत्रों के मुताबिक उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है लेकिन वो मानने के लिए तैयार नहीं हैं.
सूत्रों के मुताबिक इस समय भी सचिन पायलट को मनाने की कोशिश जारी है और कल रात फिर उनसे बात की गई है. सचिन पायलट से बात करने वालों में प्रियंका गांधी के अलावा केसी वेणुगोपाल और अहमद पटेल के नाम शामिल हैं. हालांकि एक हैरानी की बात ये है कि राहुल गांधी कुछ समय से इस मामले में खामोश नजर आ रहे हैं.
बता दें कि अशोक गहलोत के 100 से ज्यादा विधायकों के समर्थन वाले दावे पर सचिन पायलट ने कहा है कि अगर उनके पास बहुमत है तो वो संख्या बल को साबित करें और गिनती करवाएं.
अब से करीब एक घंटे बाद राजस्थान में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक होने जा रही है. जैसा कि कांग्रेस की तरफ से पहले ही कहा जा चुका है कि सचिन पायलट के लिए पार्टी के दरवाजे हमेशा खुले हैं लेकिन बगावत कर चुके सचिन पायलट वापस लौटेंगे इसकी उम्मीद कम ही लग रही है.
राजस्थान में कांग्रेस के विधायक दल की बैठक सुबह 10 बजे होने की उम्मीद है और सूत्रों के मुताबिक उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के इसमें हिस्सा लेने की संभावना नहीं है.
अशोक गहलोत ने एक बयान में कहा है कि मुझे सचिन पायलट से बात करने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन इस समय केंद्रीय नेतृत्व उनसे बात कर रहे हैं इसलिए मैंने सचिन पायलट से बात नहीं की. मुझे कोई अहंकार नहीं है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक दावा कर रहे हैं कि उनके पास 109 समर्थकों का समर्थन है और गहलोत सरकार पर कोई संकट नहीं है.

बैकग्राउंड

Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में चल रही सियासी उठापठक थमने का नाम नहीं ले रही है और ये आज भी जारी रहेगी. राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कल कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में हिस्सा नहीं लिया और जबकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता के बाद पार्टी सूत्रों की तरफ से दावा किया गया कि कांग्रेस के पास 106 विधायक हैं और राज्य में कांग्रेस की सरकार को कोई खतरा नहीं है.


अब इसी कड़ी में आज कांग्रेस विधायक दल की एक और बैठक आज सुबह होने जा रही है. पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि नाराज चल रहे उप मुख्यमंत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट और अन्य कई विधायक इसमें शामिल होंगे.


उधर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर बगावत कर चुके उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को मनाने की कोशिशें की जा रही हैं. इसी क्रम में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता उनके संपर्क में हैं.


सचिन पायलट ने रविवार को अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया था और दावा किया था कि उनके पास 30 से अधिक विधायकों का समर्थन है और अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है.

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