आगे की रणनीति को लेकर सचिन पायलट कर रहे हैं समर्थन करने वाले विधायकों के साथ चर्चा
सचिन पायलट समेत कांग्रेस के सभी विधायकों को विधानसभा के स्पीकर द्वारा भेजे के कारण बताओ नोटिस का 17 जुलाई तक जवाब देना है.
नई दिल्ली: राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच फिलहाल हर किसी का सवाल यही है कि आखिर सचिन पायलट का अगला क़दम क्या होगा. लगातार बदलते इस घटनाक्रम के बीच जो जानकारी निकल के सामने आ रही है, उसके मुताबिक सचिन पायलट फिलहाल अब कांग्रेस में वापसी के मूड में नहीं हैं और इसीलिए सचिन पायलट समेत अन्य बागी विधायक विधानसभा स्पीकर के द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं.
पायलट समेत अन्य बागी विधायकों के जवाब के आधार पर तय होगी आगे की कार्रवाई सचिन पायलट समेत कांग्रेस के सभी विधायकों को विधानसभा के स्पीकर द्वारा भेजे के कारण बताओ नोटिस का 17 जुलाई तक जवाब देना है. जवाब के आधार पर विधानसभा के स्पीकर यह तय करेंगे कि बागी विधायकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करनी है. इसलिए फिलहाल सचिन पायलट समेत अन्य बागी विधायक जवाब देने की तैयारी के लिए कानूनी सलाह भी ले रहे हैं और अपने सहयोगियों से लगातर चर्चा भी कर रहे हैं.
अगर स्पीकर ने दिया विपरीत कार्रवाई का आदेश तो फैसले को कोर्ट में दी जा सकती है चुनौती सचिन पायलट और बागी विधायकों द्वारा दिए जाने वाले जवाब के आधार पर ही स्पीकर आगे की कार्रवाई करेंगे. अगर स्पीकर जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो सचिन पायलट समेत अन्य बागी विधायकों के खिलाफ विधानसभा से निलंबन की कार्रवाई की जा सकती है. सचिन पायलट खेमे से जुड़े लोगों की मानें तो अगर इसी तरह की कोई कार्रवाई होती है तो उसको कानूनी तौर पर चुनौती देने की तैयारी की जा रही है.
फिलहाल 17 तारीख को स्पीकर को दिया जाने वाला जवाब इस वक्त सबसे महत्वपूर्ण गौरतलब है कि विधानसभा के स्पीकर ने कांग्रेस के मुख्य व्हिप द्वारा लिखी गई चिट्ठी के आधार पर सचिन पायलट समेत अन्य बागी कांग्रेसी विधायकों को नोटिस जारी किया है. जिनके खिलाफ पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए उनको बर्खास्त करने की मांग की थी. विधानसभा स्पीकर के द्वारा जारी किए गए नोटिस का जवाब सभी विधायकों को 17 जुलाई तक देना है और उसके बाद में ही पता चलेगा कि आखिर राजस्थान का सियासी घमासान किस ओर बढ़ रहा है.
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