Rajasthan Political Crisis: सोनिया गांधी ने रिपोर्ट पर लिया एक्शन, अशोक गहलोत के करीबियों को भेजा कारण बताओ नोटिस | 10 बड़ी बातें
Rajasthan Politics: राजस्थान के घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस ने गहलोत के करीबी शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
Rajasthan Political Crisis: राजस्थान कांग्रेस में मचे घमासान के बाद पार्टी ने भी कार्रवाई की है. पूरे घटनाक्रम को लेकर प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार (27 सितंबर) को सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद कांग्रेस की अनुशासन समिति ने बगावत के सूत्रधार गहलोत के करीबियों को गंभीर अनुशासनहीनता के मामले में कारण बताओ नोटिस भेजा है. जानिए मामले से जुड़ी बड़ी बातें.
1. कांग्रेस ने गहलोत के करीबी संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर को नोटिस भेजकर दस दिनों में जवाब देने को कहा है. सोनिया गांधी को भेजी अपनी नौ पन्नों की रिपोर्ट में पर्यवेक्षकों ने विधायकों की प्रस्तावित बैठक की बजाय अलग से गोलबंदी करने को गंभीर अनुशासनहीनता माना है.
2. सूत्रों के मुताबिक, अगले दो दिन में अशोक गहलोत दिल्ली जा सकते हैं. अशोक गहलोत का कार्यक्रम अभी तक तय नहीं है, लेकिन करीबी सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर कल शाम या परसों सुबह गहलोत दिल्ली जा सकते हैं. सचिन पायलट भी दिल्ली में ही हैं.
3. गौरतलब है कि रविवार को विधायक दल की बैठक से पहले शांति धारीवाल के घर पर गहलोत समर्थकों ने बैठक की थी. इस बैठक में इन विधायकों ने साल 2020 में अशोक गहलोत के खिलाफ सचिन पायलट के विद्रोह का मुद्दा उठाया था.
4. विधायकों ने कहा था कि मुख्यमंत्री को उन लोगों में से चुना जाना चाहिए जिन्होंने उस समय (2020 में) सरकार का समर्थन किया था. उन्होंने सचिन पायलट को शीर्ष पद से दूर रखने के लिए विरोध स्वरुप स्पीकर सीपी जोशी को सामूहिक इस्तीफा सौंपा था.
5. गहलोत समर्थक विधायकों की बगावत के बाद विधायक दल की बैठक रद्द हो गई थी. इस बैठक के लिए राजस्थान प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे को जयपुर भेजा गया था.
6. विधायकों की बगावत पर दोनों नेता वापस दिल्ली लौट गए थे. अजय माकन ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को राजस्थान घटनाक्रम को लेकर रिपोर्ट सौंपी. जिसके बाद पार्टी ने एक्शन लिया है. सूत्रों के मुताबिक, इस रिपोर्ट में अशोक गहलोत पर सीधे कोई आरोप नहीं हैं.
7. राजस्थान के कई विधायक और मंत्रियों ने मंगलवार को जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर जाकर अशोक गहलोत से मुलाकात की है. मुख्यमंत्री ने इस दौरान मौजूदा सियासी हालातों पर चर्चा की. मुख्यमंत्री से मिलने के लिए अशोक चांदना, अमीन कागजी, ख़ान मेवा राम, प्रीति शक्तावत, मीना कंवर, खुशवीर सिंह समेत कई नेता पहुंचे थे.
8. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में अशोक गहलोत सबसे आगे चल रहे थे. हालांकि विधायकों की बगावत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में अशोक गहलोत के नामांकन करने की संभावना भी कम है.
9. इसी बीच सांसद शशि थरूर की ओर से अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की घोषणा गई है. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि शशि थरूर के एक प्रतिनिधि ने सूचित किया है कि थरूर 30 सितंबर को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे.
10. कांग्रेस के कोषाध्यक्ष पवन बंसल ने भी नामांकन पत्र लिया है. हालांकि पवन बंसल ने चुनाव लड़ने से इनकार किया है. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि मैं अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लड़ने वाला. बता दें कि, अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलेगी. एक से ज्यादा उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को परिणाम घोषित किया जाएगा.
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