Ashok Gehlot On Sachin Pilot: राजस्थान कांग्रेस (Congress) में एक बार फिर से हलचल तेज हो गई है. राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अपने दोनों दिग्गज नेताओं- अशोक गहलोत और सचिन पायलट के मतभेदों को दूर करने की कोशिश कर रही है. इस बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में सचिन पायलट के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्हें सलाह दी है.
अशोक गहलोत ने सोमवार (12 जून) को कहा, "इंदिरा गांधी जी ने मुझे इतना कुछ दिया, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत पूरे गांधी परिवार ने मुझे विधायक, प्रदेश अध्यक्ष और 3 बार राज्य का मुख्यमंत्री बनाया, कोई क्या कहेगा कि मेरा नेता कौन है." दरअसल, सचिन पायलट ने आरोप लगाया था कि अशोक गहलोत की नेता वसुंधरा राजे हैं, सोनिया गांधी नहीं हैं.
क्या बोले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत?
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "जब पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल के सामने बात हो गई है और तय हो गया है कि सबको मिलकर चुनाव लड़ना है तो मुझे उम्मीद है कि कोई भी नेता हो या कार्यकर्ता हाईकमान के उस निर्देश का पालन करके साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा क्योंकि देश को आज कांग्रेस की जरूरत है."
उन्होंने आगे कहा, "कोई क्या कहता है उस पर मुझे क्या कहना, मैं इतना बता दूं कि वसुंधरा राजे के खिलाफ 4 मामले थे जिनका निस्तारण हमने कर दिया है. कुछ मामलों में कोर्ट ने फैसले दे दिए हैं और एक बस कार्पोरेट का मामला है जो ईडी के दायरे में है इसलिए मैं साफ कर दूं कि और कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नहीं है."
"राहुल गांधी हैं विपक्ष के नेता"
अशोक गहलोत ने लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को विपक्ष का चेहरा बताते हुए कहा, "राहुल गांधी ही स्वाभाविक नेता हैं क्योंकि वही नरेंद्र मोदी से लड़ रहे हैं. मगर इस बाबत फैसला नेतृत्व करेगा क्योंकि वो लोग बाकी दलों के संपर्क में हैं."
गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शांति कायम करने के लिए हाल ही में एक बैठक की थी. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी शामिल हुए थे. इस बैठक के बाद कांग्रेस ने कहा था कि गहलोत और पायलट आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं. उनके बीच के मसलों का समाधान आलाकमान करेगा.
मांगों से पीछे नहीं हटेंगे- सचिन पायलट
इससे पहले सचिन पायलट ने रविवार (11 जून) को कहा था कि जनता का विश्वास उनके लिए सबसे बड़ी पूंजी है और वह उन्हें न्याय दिलाने के लिए लड़ते रहेंगे और अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे. दौसा में अपने पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के बाद पायलट ने कहा, "मेरे लिए जनता के बीच में विश्वसनीयता सबसे पहली प्राथमिकता है. जनता का विश्वास, उनसे किए गए वादे और विश्वसनीयता सबसे बड़ी पूंजी है. मैं पिछले 20-22 वर्षों से राजनीति में हूं और मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे ऐसा लगे कि विश्वास में कमी आ गई हो."
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