'हर गलती सजा मांगती है', सचिन पायलट के अशोक गहलोत पर 5 तीखे वार
Rajasthan Politics: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने दौसा पहुंचकर सीएम अशोक गहलोत पर कई वार किए. इतना ही नहीं उन्होंने 'हर गलती की सजा होती है' वाले बयान से बड़ा पलटवार किया.
Rajasthan Politics: राजस्थान की रेत ही इस वक्त यहां का पारा नहीं बढ़ा रही, बल्कि पायलट-गहलोत के बीच की रार और ताजा बयान भी यहां का सियासी पारा हाई कर रहे हैं. आलाकमान की लाख कोशिशों के बावजूद राज्य में दोनों दिग्गज नेताओं के बीच सुलह का कोई रास्ता फिलहाल नजर नहीं आ रहा. एक बार फिर पायलट के सुर सीएम अशोक गहलोत के लिए तीखे हुए. उन्होंने दौसा की रैली में अपने लिए नीली छतरी वाले से इंसाफ तो मांगा ही, साथ ही इशारों-इशारों में वो गहलोत के लिए सजा की मांग भी करते नजर आए.
रविवार (11 जून) को सचिन पायलट ने दौसा पहुंचकर बिना नाम लिए सीएम अशोक गहलोत पर जमकर हमला बोला और यहां तक कह दिया कि किसी ने बखूबी कहा है कि हर गलती सजा मांगती है. सचिन पायलट ने ये भी कहा कि हम आपस में कैसे भी संबंध रखें लेकिन आज नहीं तो कल वो नीली छतरी वाला जरूर इंसाफ करेगा. आइए जानते हैं कि इस दौरान उन्होंने क्या-कुछ कहा:-
- राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि आज नहीं तो कल नीली छतरी वाला जरूर न्याय करेगा. मैंने जो आवाज उठाई है, उससे पीछे हटने वाला नहीं हूं. हालात कोई भी हो, युवा और आम लोगों के लिए मैं संघर्ष करता रहूंगा. लोगों को न्याय दिलाने का वादा कल भी था आज भी है और कल भी रहेगा. राजनीति में यह बात बहुत जरूरी है.
- अक्सर सीएम अशोक गहलोत कहते हुए नजर आते हैं कि हर गलती सजा मांगती है. कुछ दिनों पहले ही जयपुर में एक कार्यक्रम में पायलट का नाम लिए बिना ही उन्होंने कहा था कि भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक मामले में मुआवजे की मांग करने वालों की बुद्धि का दिवालियापन हो गया है. यही वजह है कि सचिन पायलट ने भी बिना नाम लिए अशोक गहलोत पर उन्हीं की बातों का पलटवार कर दिया क्योंकि पायलट ही लंबे समय से पर्चे लीक मामले में मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.
- सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि अगर हम गरीबों की मदद करें तो केंद्र के नेता कहते हैं कि खजाने का दिवाला निकल जाएगा. वहीं यहां लोग कहते हैं कि युवाओं की मदद की तो मानसिक दिवालियापन हो जाएगा. दरअसल, सीएम अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले ही पर्चे लीक मामले में मुआवजा देने की मांग को मानसिक दिवालियापन बताया था.
- पिछले दिनों कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं और उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा. पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने यह भी कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं. इसके बावजूद भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच खटास बनी हुई है और दोनों एक दूसरे के खिलाफ बोलते नजर आते हैं.
- सचिन पायलट ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब भी गरीबों की मदद की बात होती है तो केंद्र कहता है कि मदद करने से आर्थिक दिवालिया हो जाएगा. लेकिन, मैं हमेशा गरीबों की जवानों की मदद की बात करता हूं. कांग्रेस प्रदेश कमेटी का अध्यक्ष रहते तत्कालीन सरकार, जो कि बहुत ताकतवर थी, उसके दांत खट्टे कर दिए थे. ये सब जनता के साथ और उनकी दी हुई ताकत की वजह से हुआ.
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