Rajasthan Politics: क्या सचिन पायलट बढ़ाएंगे कांग्रेस की टेंशन? करीबियों और राजस्थान के प्रभारी ने दिया जवाब | 10 बड़ी बातें
Rajasthan Congress: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस इससे पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच शांति कायम करने की कोशिश कर रही है.
Rajasthan Congress News: राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से हलचल बढ़ गई है. पार्टी आलाकमान ने हाल ही में राज्य के दोनों दिग्गज नेताओं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) के मतभेद सुलझाने का दावा करते हुए उनके आगामी चुनाव में एकजुट होकर लड़ने का ऐलान किया था. इसी बीच अब राजनीतिक गलियारों में सचिन पायलट को लेकर चल रही अटकलों से कांग्रेस की टेंशन बढ़ सकती हैं. इस सियासी घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें...
1. राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के अगले कदम को लेकर जारी अटकलों के बीच उनके करीबी सूत्रों ने मंगलवार को न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा कि वह अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं और कांग्रेस आलाकमान के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.
2. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सचिन पायलट 11 जून को अलग पार्टी का गठन कर सकते हैं. हालांकि उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि फिलहाल उनका पूरा ध्यान उन मांगों पर है, जो वह पिछले कुछ महीनों से लगातार उठा रहे हैं.
3. ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि पायलट 11 जून को दौसा में अपने पिता की पुण्यतिथि पर अपने भविष्य के बारे में स्पष्ट संकेत दे सकते हैं. उनके एक करीबी सूत्र ने कहा कि वह (पायलट) पार्टी नेतृत्व की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं, गेंद उनके पाले में है. सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर हर साल कार्यक्रम आयोजित किया जाता है.
4. सचिन पायलट की मुख्य मांगों में राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करना और इसका पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा के पेपर लीक होने से प्रभावित युवाओं को मुआवजा देना और वसुंधरा राजे नीत पिछली बीजेपी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराना शामिल है. इन मांगों को लेकर पायलट ने हाल ही में राज्य सरकार के खिलाफ एक दिन का धरना दिया था और फिर पैदल मार्च भी निकाला था.
5. सूत्रों ने ये भी दावा किया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने पिछले हफ्ते पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ बैठक की थी, लेकिन राजस्थान के इन दोनों दिग्गजों के बीच मुख्य मुद्दों का कोई समाधान नहीं हुआ था.
6. नई पार्टी गठित करने की संभावना से जुड़ी खबरों के बारे में पूछे जाने पर पायलट के करीबी एक सूत्र ने कहा कि पायलट ने जो मुद्दे उठाए हैं, उन पर कांग्रेस नेतृत्व के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. उधर, पायलट के करीबी माने जाने वाले राजस्थान के कृषि राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा कि इस बात में कोई दम नहीं है कि पायलट नई पार्टी का गठन करने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि यह अटकलें कहां से शुरू हुई हैं, इनमें कोई दम नहीं है.
7. सचिन पायलट की ओर से नई पार्टी की घोषणा करने की अटकलों पर राजस्थान कांग्रेस पार्टी प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि मैं यह आपसे सुन रहा हूं. मुझे लगता है कि ऐसा कुछ नहीं है. वे पहले भी ऐसा नहीं चाहते थे और न ही अभी चाहते हैं.
8. बीती 29 मई को कांग्रेस ने गहलोत और पायलट के साथ पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मैराथन बैठक के बाद कहा था कि दोनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने पर सहमत हैं. उनके बीच के मुद्दों का समाधान आलाकमान करेगा.
9. दोनों नेता तब मुस्कुराते नजर आ रहे थे. पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ये भी कहा था कि गहलोत और पायलट पार्टी के प्रस्ताव पर सहमत हो गए हैं. हालांकि, उन्होंने इस बारे में और जानकारी नहीं दी थी.
10. गौरतलब है कि 2018 में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच गतिरोध जारी है. बीते साल कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के वक्त दोनों के मतभेद खुलकर सामने आ गए थे. अशोक गहलोत ने पायलट को गद्दार करार दिया था तो पायलट ने भी पलटवार किया था.
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