जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर के रामगंज इलाके में तनाव पैदा हो गया है. ये तनाव पुलिस कांस्टेबल की तरफ से एक युवक को डंडा मारने के बाद बढ़ा है. घटना के बाद लोगों ने थाने का घेराव करना शुरु कर दिया. गुस्साई भीड़ ने कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया है.


विरोध प्रदर्शन देख पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़ दिए. तनाव बढ़ता देख पुलिस ने गलता गेट थाने में कर्फ्यू लगा दिया है. इस घटना में एक पुलिसवाले की मौत होने की खबर भी आ रही है. वहीं दस लोग घायल भी हो गए हैं.


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं और जिन इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है, वहां स्कूल बंद हैं. पुलिस आयुक्त संजय अग्रवाल ने कहा, ‘‘ पुलिस कांस्टेबल और मोटरसाइकिल सवार एक दंपति के बीच कल देर रात कोई मामूली विवाद हुआ जिसके कारण स्थानीय लोगों एवं पुलिस के बीच संघर्ष हुआ. इसके बाद हिंसा वाले रामगंज इलाके में देर रात करीब एक बजे कर्फ्यू लगा दिया गया.’’


उन्होंने बताया कि आरोप हैं कि कांस्टेबल ने किसी बात को लेकर दंपति को पीटा जिसके बाद स्थानीय लोगों की भीड़ रामगंज पुलिस थाने के पास पहुंच गई और आगजनी की. भीड़ ने एक एम्बुलेंस और एक पुलिस जीप समेत पांच वाहनों को आग लगा दी और 21 अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.



पुलिस ने उत्तेजित भीड़ को तितर बितर करने के लिए रबड़ की गोलियों और आसूं गैस का प्रयोग किया. अग्रवाल ने बताया कि हालात बेकाबू होने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई जिसकी पहचान मोहम्मद रईस के रूप में की गई है. जयपुर से होकर गुजरने वाले दिल्ली-आगरा मार्ग को परिवर्तित कर दिया गया है.
आयुक्त ने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाकों में राजस्थान सशस्त्र कांस्टेबुलरी एवं होम गार्ड के जवानों समेत सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. इस बीच पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने लोगों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर इस मामले में कान्सटेबल दोषी पाया जाता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी.