नई दिल्ली: तीसरी बार मुख्यमंत्री बने अरविंद केजरीवाल की कैबिनेट में राजेंद्र पाल गौतम ने भी जगह बनायी है. राजेंद्र पाल गौतम 2015 और 2020 में सीमापुरी से आप के विधायक बने हैं. इस बार के दिल्ली चुनाव में उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. उनकी जीत का अंतर करीब 56 हजार वोट रहा. सीमापुरी सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है. लेकिन राजेंद्र पाल गौतम लगातार दो बार से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. पिछली बार भी उनकी जीत का अंतर 79 हजार से ज्यादा था.


पिछली बार उन्हें दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी थी. मंत्री रहते हुए उन्होंने समाज कल्याण के क्षेत्र में कई बड़े काम किए. उन्होंने जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना को शुरू किया जिसे जनता की तरफ से योजना को काफी सराहा गया. इसके अलावा गौतम के पास गुरुद्वारा चुनाव, जल, एससी और एसटी का भी विभाग था.


राजेंद्र पाल गौतम का जन्म 26 अप्रैल 1968 को दिल्ली में हुआ. पिछले साल हिंदू देवी देवताओं पर टिप्पणी के कारण उनका ट्वीट काफी विवादों में रहा था. यहां तक कि बीजेपी के विरोध के बाद उन्हें अपना ट्वीट तक डिलीट करना पड़ा. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा था, "अगर यह बात प्रमाणित है कि भगवान राम और कृष्ण पूर्वज हैं तो इन्हें इतिहास में क्यों नहीं पढ़ाया जाता. पूर्वजों का इतिहास होता है जबकि इनका कोई प्रमाणिक इतिहास नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि इस विषय पर पेरियार का दृष्टिकोण प्रमाणिकता और तार्किकता के आधार पर था."





इसके बाद आम आदमी पार्टी के नेता रहे कुमार विश्वास और मनोज तिवारी ने हमला बोला. अपने ऊपर बढ़ता विरोध देख गौतम ने अपने विवादास्पद ट्वीट से पल्ला झाड़ लिया.





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