Rajasthan Politics: राजस्थान में कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह गुढ़ा को अपनी ही सरकार पर सवाल उठाना महंगा पड़ गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें शुक्रवार (21 जुलाई) को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया और इसकी सिफारिश राज्यपाल कलराज मिश्र को भेज दी. राज्यपाल ने भी इसे स्वीकार कर लिया है.
इस कार्रवाई के बाद राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि राजस्थान में अपराध बढ़े हैं. मैं अपने बयान पर कायम हूं. उन्होंने कहा कि वो अगले कदम के बारे में सोमवार (24 जुलाई) को बताएंगे. गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा, पंचायती राज और ग्रामीण विकास के लिए राज्य मंत्री का प्रभार था.
राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में क्या कहा?
गुढ़ा ने शुक्रवार को ही विधानसभा में अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, ''राजस्थान में, ये सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल हो गए. यहां जिस तरह से अत्याचार बढ़े हैं महिलाओं के ऊपर, मणिपुर के बजाय हमें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए.''
मणिपुर का बुधवार (19 जुलाई) को एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें पुरुषों की भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड करा रही है. इसको लेकर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल केंद्र सरकार को घेरते हुए संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान की मांग कर रहे हैं.
राजस्थान सरकार ने क्या कहा?
राजस्थान सरकार के मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि राजस्थान में अधिक अपराध नहीं हुए हैं. हमने एफआईआर अधिक दर्ज करने के आदेश दिए हैं. इस कारण संख्या अधिक लग रही है, जबकि चालान बहुत कम हुए हैं.
बीजेपी ने क्या कहा?
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया, ''गहलोत राज में सच बोलना मना है! सीएम साहब में सत्य स्वीकार कर पाने का साहस नहीं है. उनके मंत्री राजेंद्र गुढ़ा जी ने विधानसभा में सच कह दिया तो गहलोत जी को इतना बुरा लगा कि उन्हें पद से ही हटा दिया. गहलोत साहब ने इस तरह अपने साथियों को चेतावनी दी है. सच बोलोगे तो बख्शे नहीं जाओगे. अपने ही साथियों को डराना और उनका मुंह सी देने को भी तो दमन कहेंगे.
एबीपी न्यूज से बात करते हुए बीजेपी नेता सतीश पुनिया ने कहा कि कांग्रेस ने जिस तरीके से अनैतिक तौर पर गठबंधन किया था. बीएसपी को साथ लिया. इसके दुष्परिणाम अब सामने आ रहे हैं. गुढ़ा ने जो भी कहा सच ही कहा है.