नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि वह और उनकी पार्टी के लोग नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आंदोलन में ‘शहीद’ हुए लोगों के नाम पर संकल्प लेते हैं कि वे संविधान की रक्षा करेंगे. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर कांग्रेस की ओर से आयोजित ‘सत्याग्रह’ में प्रियंका गांधी ने संविधान की प्रस्तावना हिंदी में पढ़ी.


प्रस्तावना पढ़ने से पहले उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान मारे गए उत्तर प्रदेश के दो युवकों का उल्लेख किया.


प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘बिजनौर का 22 साल का अनस कॉफी की मशीन चलाकर परिवार चलाता था. हाल में उसकी शादी हुई थी. 21 साल के सुलेमान यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. उसकी मां ने कल मुझसे कहा कि मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है. जो लोग इस आंदोलन में शहीद हुए हैं उन सबके नाम हम संकल्प लें कि हम संविधान को नष्ट नहीं होने देंगे और इसकी रक्षा करेंगे.’’





गौरतलब है कि कांग्रेस नागरिकता संशोधन कानून को ‘असंवैधानिक’ करार देते हुए इसका खुलकर विरोध कर रही है.


कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया था कि आज महात्मा गांधी की समाधि के निकट सत्याग्रह किया जाएगा. उन्होंने दावा किया था कि केंद्र और राज्यों की बीजेपी सरकारों ने युवाओं और छात्रों के खिलाफ बल प्रयोग किया है, जिससे हालात ज्यादा खराब हो गए हैं.


आपको बता दें कि रविवार को नागरिकता कानून के खिलाफ कांग्रेस 'सत्याग्रह' करना चाहती थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इसकी इजाज़त नहीं दी, जिसके बाद कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा था. अब आज इस कार्यक्रम का आयोजन राजघाट के पास हुआ. इस 'सत्याग्रह' में कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद रहे, जिनमें कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और गुलाम नबी आज़ाद जैसे कई नेता मौजूद रहे.