साउथ फिल्मों के सुपसस्टार रजनीकांत आखिरकार 31 दिसंबर को अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर देंगे. इससे पहले रजनीकांत ने 31 दिसंबर 2017 को 'आध्यात्मिक राजनीति' करने और 2021 में तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए राजनीतिक पार्टी के गठन का ऐलान किया था. उन्होंने 2021 का विधानसभा चुनाव जीतने पर विश्वास जताया है.


रजनीकांत तमिल फिल्मों के ऐसे एक्टर हैं, जिनके बिना साउथ सिनेमा का कोई भी जिक्र अधूरा है. इस लिस्ट में भी सबसे ऊपर नाम रजनीकांत का ही है. तमिल फिल्म में उन्होंने कई मनमोहक किरदार निभाए हैं, जिन्हें आज भी लोग याद करते है. साल 1975 की तमिल ड्रामा फिल्म 'अपूर्वा रागंगाल' से उन्होंने फिल्मों में डेब्यू किया था. 1985 तक रजनीकांत ने अपनी 100 फिल्में पूरी कर ली थी.


कहा जाता है साल 2007 में जैकी चैन के बाद रजनीकांत ही एशिया के सबसे महंगे एक्टर बन गए थे. दरअसल इस साल उनकी फिल्म 'शिवाजी' ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी. लोग उन्हें 'सुपरस्टार' कहने लगे. रजनीकांत का डायलॉग बोलने का अपना अलग ही एक अंदाज है. उनके इस अनोखे अंदाज और स्टाइल के दीवाने भारत में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी हैं.


पद्मभूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित
रजनीकांत ने अपनी प्रतिभा की वजह से तमिलनाडु में कई फिल्म अवॉर्ड जीत हैं. भारत सरकार ने उन्हें साल 2000 में पद्मभूषण 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था. 2014 में इंडियन फिल्म पर्सनालिटी ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया. 1984 में उन्हें पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड बेस्ट तमिल एक्टर के लिए मिला था. इसके बाद तमिल फिल्मों के लिए कई बार बेस्ट एक्टर अवॉर्ड, स्पेशल अवॉर्ड, फिल्मफेयर बेस्ट तमिल एक्टर अवॉर्ड हासिल करते रहे.


एनडीटीवी ने साल 2007 में उन्हें इंटरटेनर ऑफ द ईयर घोषित किया था. एनडीटीवी ने फिर साल 2011 में एंटरटेनर ऑफ द डिकेड अवॉर्ड दिया और दिसंबर 2013 में '25 ग्लोबल लिविंग लीजेंड' की लिस्ट में शामिल किया. 2007 में ही रजनीकांत को महाराष्ट्र सरकार ने राज कपूर अवॉर्ड देकर सम्मानित किया. साल 2010 में फोर्ब्स इंडिया ने देश का सबसे प्रभावशाली और मशहूर शख्स बताया.


अमिताभ ने रजनीकांत को राजनीति में नहीं आने की दी थी सलाह
मेगास्टार अमिताभ बच्चन और साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत की गहरी दोस्ती है. दोनों ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया था. अमिताभ बच्चन और रजनीकांत ने जिन फिल्मों में एक साथ काम किया वह लोगों को काफी पसंद आई. इन फिल्मों में 'अंधा कानून' 'गिरफ्तार' और 'हम' जैसी शामिल हैं.


पिछले साल एक फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान रजनीकांत से जब पूछा गया कि वो कौन-सी सलाहें हैं जो अमिताभ ने कभी उन्हें दी होंगी, तो रजनीकांत ने मुस्कुराते हुए कहा, "अमिताभ ने मुझे ऐसी तीन चीज़े कहीं, जिस पर वो खुद भी अमल करते हैं. पहली सलाह जो उन्होंने मुझे दी थी, वो यह थी कि नियमित रूप से कसरत किया करो. दूसरी बात जो उन्होंने मुझे कही थी, वो थी कि हमेशा बिजी रहा करो. लोग जो कुछ भी कहें, उसकी चिंता मत किया करो. उनकी तीसरी सलाह थी कि कभी भी राजनीति में मत आना. मैंने उनकी दोनों सलाहें तो मान लीं,‌ मगर हालात की वजह से मैं उनकी तीसरी सलाह पर अमल नहीं कर पाया."


रजनीकांत ने इस बात पर हैरत जताई कि लोग उन्हें 'सुपरस्टार' के नाम‌ से संबोधित करते हैं. इस संबंध में एक वाक्या सुनाते हुए रजनीकांत ने कहा कि 80 दशक में पहली बार उन्होंने फिल्मी पर्दे पर उनके नाम के आगे 'सुपरस्टार' लिखा देखा था, तो उन्हें इस बात पर बड़ी हैरानगी हुई थी. रजनीकांत ने कहा, "यह देखकर मैंने फौरन फिल्म के निर्माता को फोन किया और उनसे पूछा कि आखिर वो बिना पूछे मेरे नाम के आगे 'सुपरस्टार: कैसे लगा सकते हैं? उस वक्त मैं बहुत शर्मिंदा हुआ था. मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन मैं सुपरस्टार कहलाऊंगा. मैं आज भी ऐसा ही महसूस करता हूं. मुझे नहीं पता कि लोग मुझे सुपरस्टार क्यों बुलाते हैं."


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