तमिलनाडु के वो चार फिल्मी सितारे, जिन्होंने राजनीति में एंट्री लेकर CM तक का सफर किया तय
तमिलनाडु की राजनीति में चार नाम ऐसे हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्मी दुनिया से की और राजनीतिक पारी में जमकर कामयाबी हासिल की. इतनी ही नहीं, इन्होंने राजनीतिक पारी खेलते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक भी हासिल की.
नई दिल्ली: सुपरस्टार रजनीकांत भी अब अपने सियासी सफर की शुरुआत करने वाले हैं. रजनीकांत ने खुद की राजनीति पार्टी लॉन्च करने का फैसला किया है. रजनीकांत इस महीने में अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे. वहीं अगले साल अपनी पार्टी को लॉन्च करेंगे और राजनीति में एंट्री लेंगे. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब कोई अभिनेता राजनेता बना हो. रजनीकांत से पहले भी कई अभिनेताओं ने राजनीतिक पारी खेली है. हालांकि बहुत ही कम ऐसे अभिनेता रहे हैं जिन्होंने अपनी राजनीतिक पार्टी में कोई शीर्ष मुकाम हासिल किया है.
हालांकि तमिलनाडु की राजनीति में चार नाम ऐसे हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत फिल्मी दुनिया से की और राजनीतिक पारी में जमकर कामयाबी हासिल की. इतनी ही नहीं, इन्होंने राजनीतिक पारी खेलते हुए मुख्यमंत्री की कुर्सी तक भी हासिल की. इनमें एमजी रामचंद्रन, जानकी रामचंद्रन, एम करुणानिधि और जयललिता का नाम शामिल है. इन चारों ने ही अपना करियर फिल्मी पर्दे से शुरू किया था और राजनीतिक पारी खेलते हुए दुनिया से विदाई ली.
एमजी रामचंद्रन
मारुदुर गोपालन रामचन्द्रन यानी एमजी रामचंद्रन का जन्म 17 जनवरी 1917 में हुआ था. एमजी रामचंद्रन को तमिल सिनेमा से लेकर सूबे की राजनीति में एक बड़े आइकन के तौर पर देखा जाता है. इन्हें एमजीआर के नाम से भी पहचाना जाता है. रामचंद्रन ने 1936 में अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. इनको अक्सर रोमांस और एक्शन फिल्मों में अभिनय करते हुए देखा जाता था. एमजीआर 1953 तक कांग्रेस पार्टी के सदस्य थे. इसके बाद वो DMK में शामिल हो गए थे. एमजीआर ने द्रविड़ आंदोलन में ग्लैमर जोड़ा, जो तमिलनाडु में व्यापक था. 1962 में MGR राज्य विधान परिषद के सदस्य बने और 50 साल वर्ष की उम्र में पहली बार 1967 में तमिलनाडु विधानसभा के लिए चुने गए.
इसके बाद 1972 में एमजीआर डीएमके से अलग हो गए और इन्होंने एआईएडीएमके का गठन किया. इसके बाद जून 1977 से फरवरी 1980 तक एआईएडीएमके से सीएम पद पर रहे. इसके बाद दूसरी बार जून 1980 में सीएम बने और नवंबर 1984 तक सीएम बने रहे. वहीं तीसरी बार फरवरी 1985 में सीएम बने और मृत्यु तक सीएम पद पर रहे. इनका निधन 24 दिसंबर 1987 को चेन्नई में हो गया था. एमजीआर तमिलनाडु में इतने लोकप्रिय नेता थे कि लोग उनके लिए जान देने को भी तैयार रहते थे.
जानकी रामचंद्रन
तमिलनाडु के राजनीतिक इतिहास में जानकी रामचंद्रन भी राज्य के सीएम पद पर पहुंची थी. हालांकि इन्होंने भी अपने करियर की शुरुआत फिल्मी दुनिया से की थी. जानकी रामचंद्रन का जन्म 30 नवंबर 1923 को हुआ था. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने 25 से ज्यादा फिल्मों में किरदार निभाया था. जानकी रामचंद्रन के दूसरे पति एमजी रामचंद्रन थे. एनजीआर और जानकी रामचंद्रन ने कई फिल्मों में साथ अभिनय भी किया. वहीं एमजीआर के सहारे जानकी राजनीति में आई. एनजीआर के निधन के बाद जानकी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी थीं. 7 जनवरी 1988 से 30 जनवरी 1988 तक जानकी एआईएडीएमके से राज्य की सीएम बनी. जानकी रामचंद्रन तमिलनाडु की पहली महिला सीएम थी. हालांकि उनका कार्यकाल महज 23 दिनों का ही था. इनका निधन 19 मई 1996 में हो गया था.
एम करुणानिधि
तमिलनाडु की राजनीति में एम करुणानिधि बड़ा नाम थे. इनका जन्म 3 जून 1924 को हुआ था. करुणानिधि ने भी अपने करियर की शुरुआत सिनेमा जगत से की थी. करुणानिधि को एक शानदार लेखक के तौर पर भी जाना जाता है. शुरुआती करियर में करुणानिधि व्यावसायिक नाटकों के लिए स्क्रिप्ट लिखने का काम किया करते थे. वहीं तमिल फिल्म उद्योग में उन्होंने पटकथा लेखक के रूप में अपने करियर शुरू किया. हालांकि करुणानिधि अपनी बुद्धि और भाषण कौशल के जरिए बहुत जल्द एक राजनेता बन गए. वे द्रविड़ आंदोलन से जुड़े थे और वहीं से फिर राजनीतिक जगत में पैर जमाते गए. करुणानिधि डीएमके के संस्थापक सीएन अन्नादुरई की मौत के बाद से इसके नेता बने थे और पांच बार (1969–71, 1971–76, 1989–91, 1996–2001 और 2006–2011) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे. करुणानिधि का निधन 94 साल की उम्र में 7 अगस्त 2018 को हो गया था.
जयललिता
जयललिता तमिलनाडु में इतनी लोकप्रिय थी कि लोग इनके लिए मौत को गले तक लगाने के लिए तैयार रहते थे. जयललिता ने भी अपनी जिंदगी की शुरुआत फिल्मी दुनिया से की थी. जयललिता का जन्म 24 फरवरी 1948 को हुआ था. जयललिता जब स्कूल में पढ़ा करती थीं तभी से ही उनकी मां ने उन्हें फिल्मों में काम करने के लिए राजी कर लिया था. मात्र 15 वर्ष की आयु में वे कन्नड़ फिल्मों में मुख्य अभिनेत्री की भूमिकाएं करने लगी. कन्नड भाषा में उनकी पहली फिल्म 'चिन्नाडा गोम्बे' है जो 1964 में प्रदर्शित हुई. उसके बाद जयललिता ने तमिल फिल्मों की ओर रुख किया. वे पहली ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने स्कर्ट पहनकर भूमिका निभाई थी. तमिल सिनेमा में जयललिता ने जाने माने निर्देशक श्रीधर की फिल्म 'वेन्नीरादई' से अपना करियर शुरू किया और लगभग 300 फिल्मों में काम किया. इसके साथ ही तमिल के अलावा तेलुगु, कन्नड़, अंग्रेजी और हिंदी फिल्मों में भी जयललिता ने काम किया. एमजी रामचंद्रन के साथ भी उन्होंने काफी फिल्में की.
इसके बाद 1982 में एआईएडीएमके की सदस्य बनीं और एमजी रामचंद्रन के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. जयललिता 24 जून 1991 से 12 मई 1996 तक राज्य की पहली निर्वाचित मुख्यमंत्री और राज्य की सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री रहीं. इसके बाद मई 2001 से सितंबर 2001, मार्च 2002 से मई 2006, मई 2011 से सितंबर 2014, 23 मई 2015 से 22 मई 2016 और 23 मई 2016 से 5 दिसंबर 2016 तक मृत्यु तक सीएम पद पर रहीं. 5 दिसंबर 2016 का चेन्नई में जयललिता का निधन हो गया था.
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