एक्सप्लोरर

Rajiv Gandhi: बतौर प्रधानमंत्री राजीव गांधी की वो उपलब्धियां जिसके लिए देश आज भी करता है उन्हें याद

युवा सोच वाले राजीव गांधी को 21 वीं सदी के भारत का निर्माता भी कहा जाता है. 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी ने आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में काम किया. आइए जानते हैं उनको किन उपलब्धियों की वजह से आज भी देश याद करता है.

नई दिल्ली: साल 1984 में देश को एक बड़ा झटका लगा था. देश सबसे ताकतवर नेताओं में एक इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सबसे बड़ा सवाल नतृत्व को लेकर था. कांग्रेस के बड़े नेताओं ने निर्णय लिया की इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनना चाहिए. देश का भविष्य राजीव गांधी के नौजवान कंधों पर था. राजीव गांधी ने अगले पांच में कई अहम फैसले लिए जिसके लिए देश आज भी उनको याद करता है. आज उनके जन्मदिवस पर आइए जानते हैं राजीव गांधी के बतौर प्रधानमंत्री वो कौन-कौन से फैसले थे जिसे उनकी उपलब्धियों के तौर पर याद किया जाता है.

1-वोट करने की आयु सीमा घटाई

पहले देश में वोट करने की आयु सीमा 21 वर्ष थी, जो युवा प्रधानमंत्री राजीव गांधी की नजर में गलत थी. उन्होंने 18 वर्ष की उम्र के युवाओं को मताधिकार देकर उन्हें देश के प्रति और जिम्मेदार व सशक्त बनाने की पहल की. 1989 में संविधान के 61वें संशोधन के जरिए वोट देने की आयु सीमा 21 से घटाकर 18 वर्ष कर दी गई. इस प्रकार अब 18 वर्ष के करोड़ों युवा भी अपना सांसद, विधायक से लेकर अन्य निकायों के जनप्रतिनिधियों को चुन सकते हैं. यह अधिकार उन्हें राजीव गांधी ने ही दिलाया था.

Rajiv Gandhi: राजनीति को नापसंद करने वाले नायक, जानिए उनके प्रधानमंत्री बनने की पूरी कहानी

2-कंप्यूटर क्रांति 

राजीव गांधी का मानना था कि विज्ञान और तकनीक की मदद के बिना उद्योगों का विकास नहीं हो सकता. राजीव गांधी को भारत में कंप्यूटर क्रांति लाने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने ना सिर्फ कंप्यूटर को भारत के घरों तक पहुंचाने का काम किया बल्कि भारत में इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी को आगे ले जाने में अहम रोल निभाया. उन्होंने कुछ ऐसा कियी कि कंप्यूटर आम लोगों तक पहुंच गया. उस दौर में कंप्यूटर लाना इतना आसान नहीं था. तब कंप्यूटर महंगे होते थे, इसलिए सरकार ने कंप्यूटर को अपने कंट्रोल से हटाकर पूरी तरह ऐसेंबल किए हुए कंप्यूटर्स का आयात शुरू किया जिसमें मदरबोर्ड और प्रोसेसर थे. उन्होंने कंप्यूटर तक आम जन की पहुंच को आसान बनाने के लिए कंप्यूटर उपकरणों पर आयात शुल्क घटाने की भी पहल की.

3- पंचायतीराज व्यवस्था की नींव

पंचायतीराज व्यवस्था की नींव रखने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है. दरअसल, राजीव गांधी का मानना था कि जब तक पंचायती राज व्यवस्था मजबूत नहीं होगी, तब तक निचले स्तर तक लोकतंत्र नहीं पहुंच सकता. उन्होंने अपने कार्यकाल में पंचायतीराज व्यवस्था का पूरा प्रस्ताव तैयार कराया. 21 मई 1991 को हुई हत्या के एक साल बाद राजीव गांधी की सोच को तब साकार किया गया, जब 1992 में 73वें और 74वें संविधान संशोधन के जरिए पंचायतीराज व्यवस्था का उदय हुआ. राजीव गांधी की सरकार की ओर से तैयार 64वें संविधान संशोधन विधेयक के आधार पर नरसिम्हा राव सरकार ने 73वां संविधान संशोधन विधेयक पारित कराया. 24 अप्रैल 1993 से पूरे देश में पंचायती राज व्यवस्था लागू हुई. इस व्यवस्था का मकसद सत्ता का विकेंद्रीकरण था.

Rajiv Gandhi: भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे, कंप्यूटर क्रांति के जनक के तौर पर किया जाता है याद

4-नवोदय विद्यालयों की नींव

ग्रामीण और शहरी वर्गों में नवोदय विद्यालयों की नींव भी राजीव गांधी ने ही रखी. उनके कार्यकाल में ही जवाहर नवोदय विद्यालयों की नींव डाली गई. ये आवासीय विद्यालय होते हैं. प्रवेश परीक्षा में सफल मेधावी बच्चों को इन स्कूलों में प्रवेश मिलता है. बच्चों को छह से 12वीं तक की मुफ्त शिक्षा और हॉस्टल में रहने की सुविधा मिलती है.

5-NPE की घोषणा

NPE की घोषणा भी राजीव गांधी ने ही की. राजीव गांधी की सरकार ने 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति(NPE) की घोषणा की गई. इसके तहत पूरे देश में उच्च शिक्षा व्यवस्था का आधुनिकीकरण और विस्तार हुआ.

6-दूरसंचार क्रांति

कम्प्यूटर क्रांति की तरह ही दूरसंचार क्रांति का श्रेय भी उन्हीं को जाता है. राजीव गांधी की पहल पर ही अगस्त 1984 में भारतीय दूरसंचार नेटवर्क की स्थापना के लिए सेंटर फॉर डिवेलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स(C-DOT) की स्थापना हुई. इस पहल से शहर से लेकर गांवों तक दूरसंचार का जाल बिछना शुरू हुआ. जगह-जगह पीसीओ खुलने लगे. जिससे गांव की जनता भी संचार के मामले में देश-दुनिया से जुड़ सकी. इसके बाद 1986 में राजीव की पहल से ही एमटीएनएल की स्थापना हुई, जिससे दूरसंचार क्षेत्र में और प्रगति हुई.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Pakistan: 12 देशों के राजनय‍िक को इस्लामाबाद ले जा रही थी बस तभी हुआ धमाका, जानिए कैसे हैं हालात
12 देशों के राजनय‍िक को इस्लामाबाद ले जा रही थी बस तभी हुआ धमाका, जानिए कैसे हैं हालात
Rajnath Singh To Pakistan: राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के सामने रख थी बड़ी शर्त, कहा- हम अपनाने को तैयार लेकिन...
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के सामने रख थी बड़ी शर्त, कहा- हम अपनाने को तैयार लेकिन...
'आमिर खान का बेटा न होता तो फिल्म नहीं मिलती', करियर को लेकर Junaid Khan ने कहा ये सब
'आमिर खान का बेटा न होता तो फिल्म नहीं मिलती', करियर को लेकर जुनैद ने कहा ये सब
Haryana Election: हरियाणा चुनाव के लिए किसान संगठनों का बड़ा फैसला, 'बदला लेने का समय आ गया, BJP को...’
हरियाणा चुनाव के लिए किसान संगठनों का बड़ा फैसला, कहा- 'बदला लेने का समय आ गया'
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

PM Modi Full Speech in America: पीएम मोदी का दमदार भाषण, पूरी दुनिया हैरान! | ABP NewsPM Modi US Speech: अमेरिका में AI को लेकर पीएम मोदी ने कही ये बड़ी बात | ABP NewsPM Modi US Visit: हडसन में गंगा की झलक...अमेरिका में हिंद की चमक ! ABP NewsSandeep Chaudhary: RSS से करीबियां बढ़ाना चाहते हैं केजरीवाल? वरिष्ठ पत्रकारों का सटीक विश्लेषण |

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Pakistan: 12 देशों के राजनय‍िक को इस्लामाबाद ले जा रही थी बस तभी हुआ धमाका, जानिए कैसे हैं हालात
12 देशों के राजनय‍िक को इस्लामाबाद ले जा रही थी बस तभी हुआ धमाका, जानिए कैसे हैं हालात
Rajnath Singh To Pakistan: राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के सामने रख थी बड़ी शर्त, कहा- हम अपनाने को तैयार लेकिन...
राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के सामने रख थी बड़ी शर्त, कहा- हम अपनाने को तैयार लेकिन...
'आमिर खान का बेटा न होता तो फिल्म नहीं मिलती', करियर को लेकर Junaid Khan ने कहा ये सब
'आमिर खान का बेटा न होता तो फिल्म नहीं मिलती', करियर को लेकर जुनैद ने कहा ये सब
Haryana Election: हरियाणा चुनाव के लिए किसान संगठनों का बड़ा फैसला, 'बदला लेने का समय आ गया, BJP को...’
हरियाणा चुनाव के लिए किसान संगठनों का बड़ा फैसला, कहा- 'बदला लेने का समय आ गया'
AFG vs SA: 'क्लीन स्वीप' होने से बची दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान को तीसरा वनडे हराकर बचाई 'इज्जत'
'क्लीन स्वीप' होने से बची दक्षिण अफ्रीका, अफगानिस्तान को तीसरा वनडे हराकर बचाई 'इज्जत'
Pregnancy: प्रेगनेंसी की फर्स्ट ट्राइमेस्टर में वजन बढ़ना तो नॉर्मल, लेकिन क्या करें जब होने लगे वेट लॉस
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में वजन घटना नॉर्मल है या नहीं, एक्सपर्ट्स से जानें
Police Constable Job: असम पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी, इस वेबसाइट से इन आसान स्टेप्स से करें डाउनलोड
असम पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी, इस वेबसाइट से इन आसान स्टेप्स से करें डाउनलोड
'अरविंद केजरीवाल के साथ मेरा रिश्ता भगवान राम और लक्ष्मण जैसा', मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान
'अरविंद केजरीवाल के साथ मेरा रिश्ता भगवान राम और लक्ष्मण जैसा', मनीष सिसोदिया का बड़ा बयान
Embed widget