असम में राजीव गांधी राष्ट्रीय पार्क का नाम होगा ओरंग राष्ट्रीय उद्यान, नाम बदलने पर कांग्रेस सांसद ने किया पलटवार
असम में राजीव गांधी राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलने के बाद राजनीति तेज हो गई है. नाम बदलने के फैसले की जानकारी के बाद कांग्रेस सांसद ने मौजूदा बीजेपी सरकार पर पलटवार किया है.
दिसपुरः असम सरकार की ओर से राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर ओरंग राष्ट्रीय उद्यान करने के बाद राजनीति तेज हो गई है. नाम बदलने के बाद कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मौजूदा सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार आएगी तो बीजेपी सरकार के इस फैसले को रद्द करके फिर से ओरंग राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा जाएगा.
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता और कलियाबोर सीट से सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ''जब असम में कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो पहले ही दिन हम इस पार्क का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखेंगे. भारतीय संस्कृति हमें आरएसएस के विपरीत शहीदों का सम्मान करना सिखाती है.''
बता दें कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में असम मंत्रिमंडल ने बुधवार को ओरंग राष्ट्रीय उद्यान से राजीव गांधी का नाम हटा दिया था. नाम हटाने के फैसले के बाद उन्होंने कहा था कि आदिवासियों और चाय जनजाति समुदायों की मांगों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा था, ''आदिवासियों और चाय जनजाति समुदायों की मांगों को ध्यान में रखते हुए राजीव गांधी ओरंग राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर ओरंग राष्ट्रीय उद्यान किया जाएगा.''
बता दें कि इस उद्यान को 1985 में वन्यजीव अभयारण्य की मान्यता दी गई थी और साल 1999 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था. ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी किनारे पर बसे इस उद्यान में रॉयल बंगाल टाइगर, पिग्मी हॉग, इंडियन राइनो और जंगली हाथियों जैसे कई जानवर निवास करते हैं.