Mallikarjun Kharge On Rajiv Gandhi: दिल्ली के जवाहर भवन ऑडिटोरियम में रविवार (20 अगस्त) को राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर मनाया जाता है. इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद रहीं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राजीव गांधी ने दंगों को रोकने में नाकाम रहने पर आंध्र प्रदेश के सीएम का इस्तीफा लिया था. खरगे ने मणिपुर का जिक्र कर कहा कि आज न तो कोई इस्तीफा देता है, न कोई निकालता है.
खरगे ने कहा कि1984 में राजीव गांधी को सबसे बड़े जनादेश के रूप में 400 से ज्यादा सीटें मिली लेकिन तब भी उन्होंने दो सीट जीतने वाली पार्टी (बीजेपी) को पूरा महत्व दिया. इसके साथ ही पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने वनस्थली विद्यापीठ को 25वां राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार सौंपा.
इस मौके पर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि ऐसे समय में जब विभाजनकारी राजनीति मजबूत है, इस तरह के पुरस्कार की अहमियत बढ़ जाती है. सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव गांधी महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध थे.
क्या कुछ बोलीं सोनिया गांधी?
सोनिया गांधी ने कहा कि देश सेवा के लिए मिले कम समय में भी राजीव गांधी ने अनगिनत उपलब्धियां हासिल की थी. वह भारत में मौजूद बहुरूपता की सुरक्षा और संरक्षण के समर्थक थे. वह इस बात को लेकर बेहद संवेदनशील थे कि धार्मिक, जातीय, भाषाओं और संस्कृति का जश्न मनाकर ही भारत की एकता को मजबूत किया जा सकता है.
'महिला सशक्तिकरण को लेकर थे प्रतिबद्ध'
सोनिया गांधी ने राजीव गांधी की तारीफ करते हुए कहा कि वह महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध थे. उन्होंने पंचायतों और नगर पालिकाओं में महिलाओं के एक-तिहाई आरक्षण के लिए संघर्ष किया था. 1989 के संसदीय चुनाव में ही पहली बार 18 साल के युवाओं को वोट का अधिकार दिया गया था, जिनमें आधी महिलाएं थीं.
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