नई दिल्ली: मोदी कैबिनेट के विस्तार से ऐन पहले मंत्रिमंडल छोड़ने का सिलसिला जारी है. अब तक चार मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफे दे दिए हैं. इस्तीफा देने वालों में राजीव प्रताप रूडी, महेंद्र नाथ पांडे और फग्गन सिंह कुलस्ते के बाद अब संजीव बालियान ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही कलराज मिश्रा और उमा भारती ने भी इस्तीफे की पेशकश की है.


एबीपी न्यूज को सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक, मोदी कैबिनेट का विस्तार कल शाम हो सकता है.


इस कैबिनेट विस्तार की खासियत ये होगी कि आगामी चंद महीनों में गुजरात, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में विधानसभा के चुनाव हैं, ऐसे में इस कैबिनेट विस्तार में इसकी झलक जरूर दिखेगी.


दो सितम्बर को हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार


मोदी कैबिनेट के विस्तार को लेकर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है. एबीपी न्यूज़ के सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल विस्तार दो सितम्बर की शाम चार से छह बजे के बीच हो सकता है. सरकार के बड़े अफसरों से दो सितम्बर को चार से छह बजे के बीच का वक्त रिज़र्व रखने को कहा गया है.


राष्ट्रपति कोविंद के तिरुपति के कार्यक्रम में भी फेरबदल


इसको देखते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के तिरुपति के कार्यक्रम में भी फेरबदल किया गया है. वो पहले दो सितम्बर की देर शाम दिल्ली आने वाले थे, लेकिन अब दोपहर दो बजे तक दिल्ली पहुंच जाएंगे.


जिन मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है या इस्तीफे की पेशकश की है उनमें-




  • शिक्षा राज्य मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय यूपी बीजेपी के अध्यक्ष बनाए गए हैं.

  • स्वास्थ्य राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने अमित शाह के कहने पर पीएम को इस्तीफा सौंप दिया है.

  • राजीव प्रताप रूडी ने भी अमित शाह के कहने पर पीएम को इस्तीफा सौंप दिया है.

  • गंगा सफाई मंत्री उमा भारती 15 दिन पहले ही खराब सेहत की वजह से इस्तीफे की पेशकश कर चुकी हैं.

  • कलराज मिश्रा भी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं.

  • रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं.


माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस मंत्रिमंडल विस्तार के लिए नए मंत्रियों को शामिल करने के लिए जगह बना रहे हैं.



कौन हो सकते हैं नए मंत्री


सूत्रों के मुताबिक, रूडी की जगह जेडीयू के वशिष्ठ नारायण सिंह और आरसीपी सिंह में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है. शिवसेना की ओर से आनंद राव अडसुल को मंत्री बनाए जाने की भी चर्चा है.


मध्य प्रदेश से आलोक संजर, गणेश सिंह, राकेश चौधरी या प्रभात झा में किसी एक को मंत्री बनाए जाने की संभावना है. कर्नाटक में अगले साल होने वाले चुनाव के मद्देनजर लिंगायत समुदाय के शिवकुमार उदासी और सुरेश आंगड़ी को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शोभा करंडलजे के लिए भी लॉबिंग कर रहे हैं.


मंत्री बनाए जा सकते हैं अनुराग ठाकुर


असम से उप-मुख्यमंत्री हेमंत विश्वशर्मा का नाम भी केंद्रीय कैबिनेट के लिए लिया जा रहा है. चुनावी राज्य हिमाचल प्रदेश से अनुराग ठाकुर मंत्री बनाए जा सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को हिमाचल में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के आसार हैं.


AIADMK को मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह


एआईएडीएमके के दोनों धड़ों में सहमति बन गई तो एम थंबीदुरै, पन्नूसामी वेणुगोपाल और राज्यसभा सांसद वी मैत्रेयन को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. सूत्रों के मूताबिक, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को अभी एआईएडीएमके के फ्रंट पर कुछ ज़रूरी कवायद करनी है. इसके बाद ही तय हो पाएगा कि मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार कब होगा.