नई दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आंतकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने पर जोर दिया साथ ही कहा कि इस खतरे को जड़ से समाप्त करने के लिए सम्मिलित प्रयास किए जाने चाहिए. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सिंह ने एक उच्च स्तरीय बैठक में आंतकवाद से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की.


इसमें कहा गया कि सिंह ने आंतकवाद को धन मुहैया कराने पर लगाम लगाने और फर्जी भारतीय करेंसी के प्रसार को रोकने के लिए समन्वित कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने आतंकवाद को रोकने के लिए मित्र देशों से सहयोग की मांग की. गृह मंत्री ने विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों और विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए राज्य पुलिस में क्षमता विकास के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी ली.


उन्होंने आंतकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की बात पर जोर देते हुए कहा कि आंतकवाद का विरोध प्रमुख क्षेत्र है इसे जड़ से समाप्त करने के लिए सम्मलित और एकजुट प्रयास किए जाने चाहिए. गृहमंत्री ने आंतकाद से जुड़े मामलों के लिए पेशेवर जांच पर जोर दिया.


उन्होंने कहा चूंकि आतंकवाद से जुड़े किसी भी मामले में सबसे पहले राज्य पुलिस ही निपटती है इसलिए उन्होंने राज्य पुलिस बल की क्षमताओं का मूल्यांकन करने के भी निर्देश दिए.


बैठक में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.