India-China Clash: तवांग में चीन से हुई झड़प के बाद पहली बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) मंगलवार (3 जनवरी) को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर जा रहे हैं. इस दौरान रक्षा मंत्री एलएसी (LAC) से सटे सियांग इलाके में बीआरओ (BRO) के एक अहम पुल के उदघाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के कुल चार सीमावर्ती पुलों का उद्घाटन किया जाएगा. बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सियाम ब्रिज के उद्घाटन समारोह में खुद सिंयाग में मौजूद रहेंगे. इस दौरान रक्षा मंत्री देशभर के कुल 22 सीमावर्ती पुलों का ई-उद्घाटन करेंगे.
इन पुलों के अलावा राजनाथ सिंह छह अन्य बॉर्डर रोड प्रोजेक्ट्स का भी उद्घाटन करेंगे. बीआरओ (BRO)के मुताबिक, इन 22 पुलों में सियांग जिले के सियाम ब्रिज सहित कुल 04 पुल अरुणाचल प्रदेश में तैयार किए गए हैं. इसके अलावा पूर्वी लद्दाख में चीन से सटी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर कुल 08 नए पुलों का निर्माण किया गया है. सोमवार (2 जनवरी) को खुद रक्षा मंत्री ने अपने दो दिवसीय असम और अरुणाचल प्रदेश के दौरे की जानकारी ट्विटर पर दी. राजनाथ सिंह ने लिखा कि वे असम और अरुणाचल प्रदेश के दौरे के लिए दिल्ली से डिब्रूगढ़ के जा रहे हैं. इस दौरान वे बीआरओ के सात राज्यों में तैयार किए गए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेंगे.
रक्षा मंत्री करेंगे LAC पर तैनात सैनिकों से मुलाकात
करीब एक महीने पहले यानि 9 दिसंबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिकों ने भारत की सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी. लेकिन भारतीय सेना ने चीनी सैनिकों के इस घुसपैठ को ना केवल नाकाम कर दिया था बल्कि उन्हें अपनी सीमा से खदेड़ भी दिया था. हालांकि, दोनों देशों के सैन्य कमांडर्स के बीच हुई फ्लैग-मीटिंग के बाद मामले को सुलझा लिया गया था लेकिन एलएसी पर तनाव बरकरार है. ऐसे में माना जा रहा है कि मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर रक्षा मंत्री एलएसी पर तैनात सैनिकों से भी मुलाकात कर सकते हैं. 25 दिसम्बर को भारतीय सेना के कोर कमांडर ने भी तवांग की फॉरवर्ड पोस्ट पहुंचकर वहां तैनात सैनिकों का हौसला बढ़ाया था और उनकी दृढ़ता की तारीफ की थी.
BRO एलएसी पर कर रहा है बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत
पहले पूर्वी लद्दाख और अब अरूणाचल प्रदेश में चीन की पीएलए सेना से चल रही तनातनी के बीच बीआरओ एलएसी पर बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में जुटा है ताकि सेना की आवाजाही आसान की जा सके. इसके अलावा सीमा पर रहने वाले स्थानीय लोगों को भी पुल और सड़कों के जाल का लाभ मिल सके. बीआरओ के मुताबिक, बीती साल यानि 2022 में चीन और पाकिस्तान से सटी सीमाओं पर कुल 103 परियोजनाओं को पूरा किया गया. इनमें 67 पुल, 30 सड़कें, 02 हेलीपेड, 01 कार्बन आवास शामिल हैं.
LAC पर भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर ने किया चीन की बराबरी
खुद बीआरओ के डीजी का दावा है कि अब एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) पर भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर चीन की बराबरी का हो चुका है. 1962 के युद्ध के बाद भारत ने चीन से सटे सीमावर्ती इलाकों में विकास-कार्यों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था. लेकिन करीब एक दशक से भारत ने चीन की तरह ही सीमा पर सड़क, पुल और बॉर्डर डिफेंस का काम बेहद तेजी से किया है.