Afghanistan Crisis: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश को भरोसा देते हुए साफ तौर से कहा है कि अफगानिस्तान में हो रहे घटनाक्रम पर सरकार लगातार नजर बनाए हुए है और सरकार किसी भी कीमत पर वहां की परिस्थितियों का फायदा उठाकर देश-विरोधी ताकतों को सीमा पार से आतंकवाद बढ़ाने नहीं देगी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को पंजाब यूनिवर्सिटी द्वारा ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ पर आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में भारतीयों की सुरक्षा के साथ-साथ भारत सरकार यह भी चाहती है कि वहां बन रही परिस्थितियों का फायदा उठाकर देश-विरोधी शक्तियां, सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा ना दे सके.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के मुताबिक हमारा लक्ष्य है भारत को समृद्ध, सशक्त और सुरक्षित बनाना. एक ऐसा भारत जो अपनी ताकत से लोगों को डराए नहीं बल्कि छोटे-छोटे देशों के अंदर भी एक विश्वास भाव जगाए कि भारत की बढ़ती ताकत उनके लिए खतरा ना हो, बल्कि उनके लिए भी सुरक्षा का भाव जगाने वाला हो. रक्षा मंत्री के मुताबिक नभ, जल, थल, आकाश, पाताल कहीं से भी पैदा होने वाले खतरों से निपटने की हमारी तैयारी हमेशा रहती है.
पाकिस्तान पर निशाना
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान पर प्रहार करते हुए कहा कि आज भारत आतंकवाद के खिलाफ देश में तो कारवाई करता ही है, जरूरत पड़ने पर सीमा पार जाकर भी आंतकवादी ठिकानों को नष्ट करने का काम हमारी सेना के बहादुर जवानों ने किया है. सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक का उदाहरण देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ ऐसी कठोर कारवाई आजाद भारत के इतिहास में कभी दिखने को नहीं मिली है. राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को भी समझ में आ गया है कि एलओसी पर युद्धविराम उल्लंघन से कोई खास लाभ नहीं मिलने वाला है. इसीलिए दोनों देशों के डीजीएमओ ने इस साल फरवरी के महीने में सीजफायर एग्रीमेंट कर लिया है.
चीन पर वार
चीन से सटी एलएसी पर विवाद पर रक्षा मंत्री ने कहा कि किसी भी सूरत में एकतरफा कारवाई करने की इजाजत नहीं दे सकते हैं और ना दे रहे हैं और ना कभी देंगे. उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार ने सेनाओं को यह स्पष्ट बता रखा है कि एलएसी पर किसी भी एकतरफा कारवाई को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. गलवान घाटी में पिछले साल भारतीय सेना ने यही किया और पूरी बहादुरी से चीन के पीएलए सैनिकों का मुकाबला करते हुए उन्हें पीछे जाने पर मजबूर कर दिया. वहीं राजनाथ सिंह ने हाल ही में जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षा-तंत्र को नई चुनौतियों के लिए लगातार अपडेट और अपग्रेड करते रहना है.
विपक्ष पर हमला
विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ नेता सेना के पराक्रम पर सवाल खड़ा करते हैं. जबकि सच्चाई ये है कि भारतीय सेना ने एलएसी पर शौर्य और पराक्रम तो दिखाया ही साथ ही जहां संयम की आवश्यकता थी, वहां संयम का भी परिचय दिया. रक्षा मंत्री ने दावा किया कि पिछले सात सालों में उत्तर-पूर्व के राज्यों में शांति का एक नया दौर आया है, जबकि एक समय ऐसा था कि नॉर्थ-ईस्ट का पूरा इलाका उग्रवाद की चपेट में था. लेकिन अब या तो उग्रवादी मार दिए गए हैं या फिर मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं. इसके अलावा वामपंथी उग्रवाद (नक्सल) को भी नियंत्रण करने में सफलता हासिल हुई है.
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