नई दिल्लीः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जीएसटी के संदर्भ में विश्वबैंक की एक रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए आज कहा था कि जीएसटी के‘ आतंक’ का अब‘ दुनिया भी अनुमोदन’ कर चुकी है, इसपर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होंने विश्वबैंक की रिपोर्ट के चुनिंदा संदर्भों को ही लोगों के सामने रखा है.


उल्लेखनीय है कि गांधी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ मोदी जी के गब्बर सिंह टैक्स (जीएसटी) के आंतक का लोहा अब दुनिया भी मान चुकी है. विश्वबैंक का कहना है कि यह दुनिया में सबसे ऊंची दर है और यह सबसे जटिल व्यवस्था है.’’


इस पर प्रतिक्रिया में स्मृति ने ट्वीट किया, ‘‘राहुल गांधी की भारत के प्रति घृणा आश्चर्यजनक है. जब विश्वबैंक कारोबार सुगमता में भारत की रैंकिंग सुधरने की तारीफ कर रहा है, उन्होंने रिपोर्ट में चुनिंदा बिंदुओं को पेशकर भारत की प्रगति के साथ धोखा किया है.’’


एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘ आदरणीय राहुल गांधी जी, यदि आप दुनिया की सबसे लंबी राज्याभिषेक प्रक्रिया से मुक्त हो जाएं, तो मेरी गुजारिश है कि आप इस लेख (विश्वबैंक की रिपोर्ट) को पढ़ें और खुद की बौद्धिकता बढ़ाएं.’’


वहीं देश की अर्थव्यवस्था की हालत को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के तीखे तंज के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि दुनिया के सारे अर्थशास्त्री मानने लगे हैं कि हिन्दुस्तान की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है और आगामी कुछ वर्षों में इसके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर दोहरे अंकों में पहुंच सकती है.


सिंह ने यहां विभिन्न विकास योजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के मौके पर कहा, ‘‘सारे विश्व के अर्थशास्त्री मानने लगे हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है. इस वक्त जीडीपी की विकास दर 7.5 फीसदी है. अन्तर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्रियों ने विश्वास व्यक्त किया है कि आगामी कुछ वर्षों में जीडीपी की विकास दर दोहरे अंकों यानी 10 फीसद तक भी पहुंच सकती है.’’


गृह मंत्री का यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में पार्टी के महाधिवेशन की गयी उस टिप्पणी के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि केन्द्र सरकार भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ने के दावे कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि देश कठिनाई में है.


राहुल ने कहा, ‘‘देश का युवा पूछ रहा है कि बेरोजगारी की समस्या को कैसे हल किया जाए. देश में कांग्रेस इकलौता ऐसा संगठन है जो इस समस्या को दूर कर सकता है. दूसरा कोई संगठन इस काम को नहीं कर सकता.’’


सिंह ने कहा कि इस समय देश में हमारी सरकार किस तरह काम कर रही है, यह बताने की जरूरत नहीं है. काम अधिक हुआ, कम हुआ, इस पर विवाद हो सकता है लेकिन हमारी सरकार की नीयत और ईमान पर कोई भी सवालिया निशान नहीं लगा सकता. उन्होंने कहा, ‘‘चार वर्ष बाद भी हमारे किसी भी मंत्री पर एक पैसे का भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाने का कोई दुस्साहस नहीं कर पाया है.’’


सिंह ने कहा कि देश में नई रेलवे लाइन बिछाने का काम चार गुना तेजी से चल रहा है. वर्ष 2022 तक सभी रेलगाड़ियों को बिजली से चलाने का लक्ष्य तय किया गया है. इससे लगभग 11 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी.


लखनऊ से सांसद सिंह ने बताया कि 1910 करोड़ रुपये की लागत से गोमतीनगर रेलवे टर्मिनस के विश्व स्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकास की परियोजना स्वीकृत हो गयी है. इसकी निविदा प्रक्रिया पूरी होने के साथ-साथ परियोजना को शिलान्यास भी आज हो गया. इसके अलावा 1800 करोड़ की लागत से उत्तर रेलवे के चारबाग स्टेशन के पुनर्विकास की वृहद परियोजना का बजट स्वीकृत हो चुका है. उन्होंने बताया कि एनबीसीसी के चेयरमैन ए. के. मित्तल को यह सारा काम कराना है. मालूम हो कि एनबीसीसी स्मार्ट डेवलपमेंट की तर्ज पर गोमतीनगर और चारबाग रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास करेगा.


कम्पनी के चेयरमैन मित्तल ने बताया कि रेल को यात्रा का पसंदीदा विकल्प बनाने के लिये सरकार के मकसद के तहत रेलवे स्टेशन का विस्तार, आधुनिकीकरण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. गोमतीनगर और चारबाग रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के तहत पहले चरण की लागत क्रमशः 374 करोड़ रुपये और 1206 करोड़ रुपये है.