Rajnath Singh on Indian Defence Exports: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत ने अपने रक्षा न‍िर्यात में अभूतपूर्व स्‍तर पर र‍िकॉर्ड बढ़ोतरी हास‍िल की है. भारत ने आजादी के बाद रक्षा न‍िर्यात में पहली बार 21,000 करोड़ रुपए की बढोतरी के लक्ष्‍य को प्राप्‍त क‍िया है जोक‍ि मील के पत्‍थर को पार करने वाला है. इस उपलब्‍ध‍ि को हास‍िल करने पर राजनाथ स‍िंह ने प्रसन्‍नता जाह‍िर की. रक्षा मंत्री स‍िंह ने इससे जुड़ी कई पोस्‍ट सोमवार (1 अप्रैल, 2024) को अपने सोशल मीड‍िया हैंडल 'एक्‍स' पर साझा की हैं. 


समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक, रक्षा मंत्री सिंह ने कहा क‍ि यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है क‍ि भारत ने भारतीय रक्षा निर्यात में अभूतपूर्व ऊंचाइयों को हास‍िल कर ल‍िया है. उन्‍होंने बताया क‍ि वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत का रक्षा निर्यात बढ़कर 21,083 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया है, जोक‍ि पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 32.5 फीसदी ज्‍यादा की शानदार बढ़ोतरी दर्ज करने वाला रहा है. 


रक्षा विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने को उठाए कई ठोस कदम  


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्‍ध‍ि के ल‍िए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि उनके (पीएम मोदी) कुशल नेतृत्‍व में रक्षा मंत्रालय की ओर से किए गए ठोस प्रयासों और रणनीतिक पहल को दर्शाती है. उन्‍होंने आगे कहा कि भारत की रक्षा विनिर्माण क्षमताओं को बढ़ाने और स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अपनाये गए प्रयासों की वजह से यह अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है. रक्षा मंत्रालय ने भारत के रक्षा विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के ल‍िहाज से कई खास कदम उठाए गए और इस क्षेत्र में उन पहलों को अपनाया गया है. 


सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों को तैयार क‍िया अनुकूल माहौल 


इस सभी के जर‍िए सरकार ने इन पहलों को न केवल तकनीकी तौर पर आसान बनाया है, बल्‍कि सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के लिए देश के रक्षा निर्यात में सक्रिय भागीदारी और योगदान करने के लिए अनुकूल माहौल भी तैयार किया है. रक्षा निर्यात का बडा श्रेय सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों की करीब 50 भारतीय कंपनियों के सामूहिक प्रयासों को जाता है. इन सभी की वजह से भारत ने इस उपलब्धि को हासिल करने में अहम भूमिका निभाई है. 






भारत अब रक्षा निर्यात के मामले में इटली, मालदीव, श्रीलंका, रूस, संयुक्त अरब अमीरात, पोलैंड, फिलीपींस, सऊदी अरब, मिस्र, इज़राइल, स्पेन, चिली जैसे देशों तक पहुंच गया है. 


इन रक्षा उत्‍पादों की वजह से बढ़ी दूसरे देशों में ड‍िमांड 


रक्षा मंत्रालय ने पिछले साल रक्षा निर्यात में बढ़ोतरी भारतीय रक्षा उत्पादों जैसे एलसीए-तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, विमान वाहक और अन्य उत्‍पादों में दुन‍िया के देशों की ड‍िमांड की वजह से हुई है. 


दुन‍िया के 85 से ज्‍यादा देशों में एक्‍पोर्ट हुए भारत के रक्षा उत्‍पाद 


मिंट की एक रिपोर्ट के मुताब‍िक, भारत अपनी ड‍िफेंस इंडस्‍ट्री का लोहा मनवाते हुए दुन‍िया के 85 से ज्‍यादा देशों को स्‍वदेशी न‍िर्म‍ित रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रहा है. 100 से अधिक कंपनियां सक्रिय रूप से रक्षा उत्पादों का निर्यात कर रही हैं. 155 मिमी उन्नत टोड आर्टिलरी गन, ब्रह्मोस मिसाइल आदि समेत कई रक्षा स‍िस्‍टम भी अन्य देशों को निर्यात क‍िए गए हैं. 


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