रक्षा मंत्री बोले- किसान मां की कोख से पैदा हुआ, राहुल गांधी से ज्यादा खेती के बारे में जानता हूं
किसान संगठनों और सरकार के बीच एक बार फिर बैठक होने वाली है. इस बैठक से पहले सबसे बड़ा सवाल है कि क्या 35 दिन से जारी गतिरोध आज खत्म हो जाएगा? करीब तीन हफ्ते बाद सरकार और किसानों की बातचीत से पहले दोनों ही पक्षों ने ये साफ कर दिया है वो अपने स्टैंड पर कायम हैं.
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर किसान आंदोलन का आज 35वां दिन है. सरकार औक किसानों के बीच एक लंबे अंतराल के बाद आज सातवें दौर की चर्चा होने जा रही है. इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों और कृषि कानूनों को लेकर एक इंटरव्यू में अपनी राय रखी है.
उन्होंने कहा है कि सरकार एमएसपी पर दिया वचन नहीं तोड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी से ज्यादा खेती के बारे में जानता हूं क्योंकि मैंने किसान मां की कोख से जन्म लिया है.
रक्षा मंत्री ने कहा, ''कृषि संबंधी ये जो तीन कानून बने हैं ये किसानों के हितों को ध्यान में रखकर ही बनाएंगे हैं. पिछले सरकारों की तुलना में हमने न्यूनतम समर्थन मूल्य काफी बढ़ाई हैं. इस तीनों कानूनों के माध्यम से हमने पूरी कोशिश की है कि किसानों की आमदनी दो-तीन गुना बढ़े.''
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उन्होंने कहा, ''बातचीत हो रही है,मुझे विश्वास है इसका समाधान निकलेगा.मैं किसानों से विनती करता हूं मैंने इस कानूनों को देखा है,मैं भी कृषि मंत्री रह चुका हूं इसलिए मैं कहता हूं कि ये कानून किसानों के हित में है.''
रक्षा मंत्री ने कहा, ''किसान कम से कम 2 साल इस कानून को उपयोग करके देखे कि ये कानून कितना उपयोगी है फिर अगर आपको लगता है कि कानून में संशोधन करने की जरूरत है तो हमारी सरकार संशोधन करने के लिए तैयार है और आज भी किसान बातचीत करे, उन्हें लगता है कि इसमें संशोधन की आवश्यकता है तो हम तैयार हैं.''
राहुल गांधी पर हमलावर होते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ''प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रति असंवेदनशील होने का कोई सवाल ही नहीं है. हमारे किसान और प्रदर्शन कर रहे हैं, इससे ना सिर्फ मैं बल्कि खुद प्रधानमंत्री मोदी भी बहुत दुखी हैं. राहुल गांधी मुझसे छोटे हैं, मुझे उनसे ज्यादा खेती के बारे में पता है. क्योंकि मैंने एक किसान मां की कोख से जन्म लिया है. हम किसान विरोधी फैसले नहीं ले सकते.''
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