बीकानेर: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दशहरे का पर्व शुक्रवार को भारत- पाकिस्तान सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों के साथ मनाया. इससे उन्होंने सिंह ने 'शस्त्र पूजा' भी की थी. यह पहला मौका है जब देश के किसी वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री ने विजयदशमी के दिन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ‘शस्त्र पूजा’ की है.
विजयादशमी को पारंपरिक रूप से शस्त्र पू्जन होता है. उन्होंने सीमा चौकी सतपाक का दौरा किया तथा वहां शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि दी. सिंह ने वहां सैनिकों को संबोधित भी किया. इससे पहले सिंह ने बीएसएफ की पश्चिमी कमान के सेक्टर मुख्यालय में शस्त्र पूजन के दौरान आयोजित कार्यक्रम में कहा कि सीमाओं की सुरक्षा में तकनीकी समाधानों के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है ताकि जवानों को चौबीसों घंटे वहां खड़ा नहीं रहना पड़े.
राजनाथ सिंह ने कहा, "सीमा सुरक्षा को और चुस्त दुरुस्त बनाने और सीमा पर जवानों का तनाव कम करने के लिए सीआईबीएमएस को लागू किया जा रहा है. जबकि कुछ समय पहले कम्प्रेहेंसिव इंटीग्रेटिड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम (सीआईबीएमएस) कार्यक्रम शुरू किया गया था." उन्होंने कहा कि स्मार्ट फेंसिग और सीआईबीएमएस लगाने जैसे कदमों के जरिए हम सुरक्षा बढ़ाना चाहते हैं ताकि जवानों को सीमा पर लगातार खड़े नही रहना पड़े.''
गृह राज्य मंत्री ने आगे, "जम्मू कश्मीर में दस किलोमीटर और धुबरी (असम) में 60 किलोमीटर का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. नंवबर महीने में इसका एक और प्रोजेक्ट शुरू होगा जिससे देश की चारों तरफ की सभी सीमांए सुरक्षित रहेगी. उन्होंने दशहरे पर्व का उल्लेख करते हुए कहा कि रावण, राम से ज्यादा धनवान और बलवान था क्योंकि रावण ने मृत्यु को जीत लिया था. लेकिन फिर भी हार हुई क्योंकि अंतर मर्यादा का था. इसलिए मनुष्य के जीवन में चरित्र का महत्व बड़ा होता है."
रजनाथ सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में आतंकवाद को वैश्विक चुनौती बताते हुए कहा, "जम्मू-कश्मीर में सेना और अन्य बल आतंकवाद के खिलाफ पूरा प्रयास कर रहे हैं और एक दिन आतंकवाद पूरी तरह से समाप्त होगा. इसके लिए जम्मू कश्मीर को अतिरिक्ति बजट दिया जा रहा है. वर्तमान समय में जो भी आतंकवादी आ रहे हैं वे सभी पाकिस्तान से हैं और उनसे मुकाबला करने के लिए सेना, पुलिस व अन्य बलों में पूरा सामंजस्य है. हमारी सेना और सुरक्षा बल आतंकवाद को रोकने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि कश्मीर में शांति बनी रहे, इसके लगातार पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
दो दिवसीय दौरे पर यहां आए गृहमंत्री ने गुरुवार की रात सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ अन्तराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा स्थिति पर विचार विमर्श किया. इसके बाद सीमा सुरक्षा बल परिसर में जवान आवास व रसोईघर का भ्रमण किया और वंहा पर मौजूद जवानों से बातचीत की.