Rajnath Singh Arunachal Pradesh Visit: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार (3 जनवरी) को अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर रहे. तवांग (Tawang) क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को हुई झड़प के बाद रक्षा मंत्री अरुणाचल प्रदेश की अपनी पहली यात्रा पर रहे. इस दौरान रक्षा मंत्री ने सियांग में कहा कि भारत के पास देश की सीमा पर विरोधियों की चुनौतियों को विफल करने की पूरी क्षमता है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत कभी भी युद्ध को बढ़ावा नहीं देता है और हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है. रक्षा मंत्री ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से बनाए एक पुल का उद्घाटन करने के बाद कहा कि भारतीय सेना में सीमा पर किसी भी चुनौती का सामना करने की क्षमता है और वह किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
"हम हर चुनौती का सामना करने को तैयार"
उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखना चाहता है. यह हमें भगवान राम और भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से विरासत में मिला है. हालांकि देश के पास उकसाने पर किसी भी तरह की स्थिति का सामना करने की क्षमता है. राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “ये युद्ध का युग नहीं” कहकर भारत के संकल्प को पुनः स्पष्ट किया था और दुनिया का ध्यान इस संकल्प की ओर आकर्षित किया था यानी हम युद्ध में यकीन नहीं रखते हैं पर अगर हम पर युद्ध थोपा जाता है तो हम हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं.
रक्षा मंत्री ने की बीआरओ की तारीफ
चीन को बड़ा मैसेज देने के सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि हम किसी को मैसेज देना नहीं चाहते हैं. एक बड़ा कार्यक्रम था तो हम आएं हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) और 'ब्रो' (भाई) को लेकर कंफ्यूज रहता था, लेकिन वे जो काम कर रहे हैं उसे देखने के बाद वे वास्तव में हमारे सशस्त्र बलों और लोगों के भाई हैं. उन्होंने कहा कि भारत की जनता को आवागमन की सुख-सुविधाएं कैसे अधिक से अधिक मिल सकें, इस दृष्टि से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नतृत्व में हमारी सरकार काम कर रही है. पर्वतीय इलाके में BRO बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
अरुणाचल प्रदेश के सियांग में राजनाथ सिंह ने कहा कि आज सीमा सड़क संगठन की ओर से देश के सीमावर्ती इलाकों में निर्मित 28 मूलढ़ांचा परियोजनाएं को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बड़ी खुशी और गौरव का अनुभव हो रहा है. साथ ही BRO@2047 विजन दस्तावेज जारी करना भी मेरे लिए खुशी की बात है. हाल में BRO ने जिस भावना और गति के साथ विकास कार्यों को अंजाम दिया है वह सराहनीय है. अधिक से अधिक सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने की योजना सरकार की प्राथमिकता में है ताकि वहां रहने वाले लोगों के विकास के साथ-साथ उनमें व्यवस्था के प्रति विश्वास की भावना विकसित हो सके.
"राष्ट्र को सशक्त रखना जरूरी है"
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि वैसे तो सुनने में यह बड़ी साधारण सी बात लगती है पर जो लोग अब तक बिना किसी रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के अपनी जिंदगी बिताते आए हैं, उनके लिए यह विकास बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि बदलती दुनिया, बदलते समय और राष्ट्रों के बदलते हितों के मद्देनजर किसी भी राष्ट्र को अपने आपको सशक्त रखना एक बड़ी आवश्यकता है. दुनिया में आए दिन किसी न किसी प्रकार के गतिरोध की स्थिति दिखाई देती रहती है. हालांकि, भारत हमेशा युद्ध के खिलाफ रहा है और यही भारत की नीति रही है.
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