फ्रांस: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विदेशी उद्योगपतियों को मेक इन इंडिया में भागीदारी के लिए देश की टैक्स व्यवस्था को और अधिक लचीला बनाने का भरोसा दिया है. बुधवार को पेरिस में फ्रांस के टॉप सीईओ से मुलाकात में उन्होनें ये भरोसा दिलाया. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने पूरे देश में जीएसटी जैसा एक टैक्स लागू किया है. उन्होनें कहा कि हाल ही में रक्षा क्षेत्र की कंपनियों को कस्टम टैक्स की छूट दी गई थी लेकिन जरूरत हुई तो रक्षी क्षेत्र में टैक्स-व्यवस्था को और अधिक 'रेशनेलाइज़' किया जाएगा.
अपनी दो दिन की फ्रांस यात्रा के आखिरी दिन रक्षा मंत्री ने फ्रांस की डिफेंस इंडस्ट्री के सीईओ से मुलाकात की. इसमें रफाल बनाने वाली कंपनी, दासॉ से लेकर सफरान, एयरबस और नेवल ग्रुप के सीईओ शामिल थे.
दरअसल, इससे पहले जब रक्षा मंत्री ने सफरान ग्रुप की फैसेल्टी का दौरा किया था तो सफरान ग्रुप के सीईओ ने आग्रह किया था कि भारत में बिजनेस करने का माहौल बनाना चाहिए ना कि कस्टम और ड्यूटी के जरिए इंडस्ट्री को 'टेरेराइज' करना चाहिए. सफरान ग्रुप रफाल फाइटर जेट के इंजन तैयार करती है. साथ ही भारत के एएलएच-ध्रुव और एलसीएच हेलीकॉप्टर के लिए भी इंजन तैयार करती है. कंपनी भारत में एलसीए तेजस और डीआरडीओ-एचएएल द्वारा नए एैमका (एडवांस मीडियम कॉम्बेट एयररक्राफ्ट) के इंजन भी एचएएल के साथ मिलकर तैयार करना चाहती है.
सीईओ के साथ हुई मीटिंग में रक्षा मंत्री ने फ्रांस की कंपनियों को अगले साल फरवरी में लखनऊ में होने वाले डिफेंस एक्सपो में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया. इस बार डिफेंस एक्सपो का थीम है 'डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन ऑफ डिफेंस.' गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारत वापस लौट रहे हैं. अपनी इस यात्रा के दौरान उन्होनें पहला रफाल लड़ाकू विमान फ्रांस से लिया और उसमें उड़ान भरी. साथ ही दशहरा के अवसर पर रफाल के साथ शस्त्र-पूजा भी की.
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