डोकलाम विवाद: गृहमंत्री राजनाथ का बयान- ‘हम संघर्ष नहीं शांति चाहते हैं’
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘हमारे सुरक्षा बलों के पास भारतीय सीमाओं की रक्षा करने की पूरी ताकत है.’’ आईटीबीपी जम्मू कश्मीर से अरूणाचल प्रदेश तक 4,057 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा की रक्षा करता है.
नई दिल्ली: डोकलाम को लेकर चीन से तनातनी के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा बयान आया है. राजनाथ सिंह ने कहा है कि हम इस विवाद को लेकर कोई संघर्ष नहीं चाहते बल्कि हम शांति चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि चीन विवाद को लेकर सकारात्मक बातचीत करेगा.
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राजनाथ सिंह ने लद्दाख में तैनात आईटीबीपी के जवानों को संबोधित करते हुए दिल्ली में कहा, ‘‘जल्द ही समाधान खोज लिया जाएगा और मुझे विश्वास है कि चीन कोई सकारात्मक कदम उठाएगा.’’ गृहमंत्री ने कहा कि वह सभी पड़ोसी देशों को यह संदेश देना चाहते हैं कि भारत शांति चाहता है.
उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि भारतीय सुरक्षा बल देश की सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम है. सिंह ने कहा, ‘‘हमारे सुरक्षा बलों के पास भारतीय सीमाओं की रक्षा करने की पूरी ताकत है.’’ आईटीबीपी जम्मू कश्मीर से अरूणाचल प्रदेश तक 4,057 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा की रक्षा करता है.
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भारतीय बलों ने सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में चीनी बलों को सड़क निर्माण करने से रोक दिया था, जिसके बाद से भारत एवं चीन के बीच वहां गतिरोध की स्थिति बनी हुई है. चीन ने दावा किया है कि वह अपने क्षेत्र में सड़क का निर्माण कर रहा था. वह विवादित डोकलाम क्षेत्र से भारतीय बलों को वापस बुलाए जाने की मांग कर रहा है. भूटान का कहना है कि डोकलाम उसका हिस्सा है लेकिन चीन इस क्षेत्र पर अपना दावा करता है.
डोकलाम से भारतीय बलों की तत्काल वापसी की मांग करते हुए चीन पिछले कुछ सप्ताह से भारत के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहा है. खासकर चीनी सरकारी मीडिया ने कई लेखों में डोकलाम गतिरोध को लेकर भारत की निंदा की है.